उत्तराखंड अल्मोड़ाUttarakhand lakshya sen all england super series

गजब का कीर्तिमान रचने वाला उत्तराखंड का पहला खिलाड़ी बना ये बेटा..बधाई दें

ऑल इंग्लैंड सुपर सीरीज को आप हल्के में न लें। दुनिया के महानतम बैडमिंटन प्लेयर्स इसी सीरीज के बाद उभरकर आए। गर्व इस बात का है कि उत्तराखंड के लक्ष्य ने इस कीर्तिमान को अपने नाम किया है।

Uttarakhand lakshya sen: Uttarakhand lakshya sen all england super series
Image: Uttarakhand lakshya sen all england super series (Source: Social Media)

अल्मोड़ा: अल्मोड़ा निवासी युवा शटलर लक्ष्य सेन ऑल इंग्लैंड सुपर सीरीज़ में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले उत्तराखंड के खिलाड़ी बन गए हैं। इस सीरीज़ में हिस्सा लेने वाले लक्ष्य उत्तराखंड के पहले खिलाड़ी होंगे। खबर सुनने के बाद उनके जिले में खुशी का माहौल है। हर कोई इस बेटे पर गर्व कर रहा है। बर्मिंघम( इंग्लैंड) में आयोजित हुई ऑल इंग्लैंड सुपर सीरीज़ में उत्तराखंड के बेटे लक्ष्य सेन ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर राज्य और देश का नाम रौशन किया है। इस शुभ समाचार का स्वागत प्रदेशवासियों ने पूरे हर्षोल्लास के साथ किया। ये सीरीज़ 11 मार्च से 15 मार्च तक चली। लक्ष्य सेन इस सीरीज़ में हिस्सा लेने वाले उत्तराखंड के पहले खिलाडी बने। जानकारी के अनुसार ऑल इंग्लैंड सुपर सीरीज के लिए भारत से कुल 8 खिलाड़ियों ने प्रतिनिधित्व किया। लक्ष्य उत्तराखंड की ओर से सुपर सीरीज में हिस्सा लेने वाले पहले खिलाड़ी बने जो कि उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: 18 करोड़ की लागत से मल्टीलेवल पार्किंग तैयार, 300 वाहन होंगे पार्क..जानिए खूबियां
लक्ष्य सेन ने अपनी काबिलियत का प्रदर्शन दो सुपरसीरीज सहित पांच अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भाग लेकर किया है। युवा शटलर लक्ष्य सेन ने डच ओपन सुपर, बेल्जियम ओपन, स्काटिका ओपन, सरसोलकस सुपर एवं बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया है। लक्ष्य सेन ने हाल ही में हुई एशियन बैडमिंटन शिप में कांस्य पदक जीतकर उत्तराखंड का नाम ऊंचा किया। इसी के साथ हाल ही में जारी की गई विश्व बैंक विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में लक्ष्य सेन ने 29 वें स्थान पर अपनी जगह बनाई है, जो कि बहुत बड़ी उपलब्धि है। अब उनका अगला लक्ष्य ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में पदक जीतने के साथ टॉप 20 में अपना स्थान बनाना और देश के लिए ओलंपिक में पदक जीतना होगा।