उत्तराखंड चमोलीBadrinath dham kapat opening ceremony change

बड़ी खबर: बदरीनाथ के कपाट 30 अप्रैल को नहीं खुलेंगे, पहली बार तिथि में हुआ बदलाव

इस वक्त की बड़ी खबर उत्तराखँड के बदरीनाथ धाम से आ रही है। संभवत ऐसा पहली बार हो रहा है, जब कपाट खुलने की तिथि में बदलाव हो गया है।

Badrinath Dham Kapat: Badrinath dham kapat opening ceremony change
Image: Badrinath dham kapat opening ceremony change (Source: Social Media)

चमोली: टिहरी महाराज मनुजेंद्र शाह जी ने भगवान श्री बदरीनाथ जी के कपाट खुलने की तिथि में बदलाव किया। आपको बता दें कि इससे पहले बदरीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलने थे अब प्रभु के दर्शन 15 मई को प्रातः 4:30 से होंगे। अब सवाल ये है कि ऐसा क्यों हो रहा है? ये सब कुछ हो रहा है कोरोना वायरस की वजह से...जी हां कोरोना वायरस ने इस वक्त देश दुनिया में तहलका मचाया हुआ है। बदरीनाथ, केदारनाथ धाम के रावल केरल और कर्नाटक से आते हैं। पहले ही बात हो चुकी है कि रावलों को होम क्वारेंटाइन किया जाएगा। ये भी बात हुई थी कि टिहरी राज दरबार में तिथि पर फैसला होगा। टिहरी राजदरबार में अब ये फैसला लिया गया है कि इस वैश्विक बीमारी को देखते हुए बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि आगे बढ़ाई जाए। फिलहाल फैसला हो चुका है कि बदरीनाथ धाम के कपाट 15 मई को खुलेंगे।

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भगवान बदरीनाथ के कपाट 15 मई 2020 को प्रातः 4:30 बजे खुलेंगे। गाडु घड़ा परंपरा के लिए तिल का तेल निकालने के लिए 5 मई 2020 की तिथि तय की गई है। सोमवार को टिहरी के राजा श्री मनुजेंद्र शाह ने इसकी घोषणा की। इसी क्रम में मुख्यमंत्री आवास में श्री बदरीनाथ एवं श्री केदारनाथ के संबंध में बैठक की गई। बैठक में टिहरी की महारानी एवं सांसद श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह, पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी श्री अनिल कुमार रतूड़ी एवं सचिव पर्यटन श्री दिलीप जावलकर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 की परिस्थितियों को देखते हुए भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाना है। भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने के संबंध में भी चर्चा की गई। धार्मिक परम्परानुसार संबंधित धर्माचार्यों द्वारा भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने का दिन एवं समय निर्धारित किया जाएगा।