ऋषिकेश: लॉकडाउन के कारण जो जहां है वहीं सिमट कर रह गया। सड़कें सुनसान और वाहनों की आवाजाही बन्द हो गई। कोरोना के चलते उत्तराखंड के कई लोग दूसरे राज्यों में फंसें, जिनमें से कई वो बच्चे भी हैं जो पढ़ाई और कोचिंग करने के लिए घर से दूर हैं। ऐसे बच्चे भी लॉकडाउन में फंसे, जिनको उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य में वापस लाया गया है। राजस्थान के कोटा में उत्तराखंड के 200 से भी ज्यादा छात्र फंसे थे। अच्छई बात ये है कि 5 बसें छात्रों को लेकर ऋषिकेश के भरत मंदिर इंटर कॉलेज और हल्द्वानी पहुंची हैं। बताया जा रहा है कि रात तक अभी और तीन बसें आने की संभावना है। सभी छात्र वहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग के लिए गए थे। उनके परिवार के कई लोग भी लॉकडाउन के कारण उनके साथ में फंसे थे। ऋषिकेश पहुंचे सभी लोगों को उनके घर स्वास्थ्य परीक्षण के बाद भेजा गया है। सभी को अभी 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन में रहने की सलाह दी गई है।
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इसके अलावा कोटा में फंसे छात्रों को लेकर एक बस हल्द्वानी पहुंच गई है। रामपुर रोड स्थित विंटेज गार्डन में छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। बस में करीब 38 छात्र और दो अभिभावक थे। राजस्थान के कोटा में फंसे उत्तराखंड के छात्रों को लेने स्पेशल पास लेकर पुलिस को भेजा गया था। सरकार पर इन छात्रों को वापस लाने को भारी दबाव बन रहा था। सिर्फ राजस्थान ही नहीं बल्कि दूसरे अन्य राज्यों में भी उत्तराखंड के लोग फंसे हैं। देहरादून से रविवार को बसें कोटा से इन छात्रों को लेने रवाना हो गई थीं। इस मामले में कई राज्यों के अधिकारियों से भी समन्वय बनाया गया, ताकि आवागमन में किसी तरह की दिक्कत ना होने पाए।