उत्तराखंड हल्द्वानीhaldwani sushila tiwari medical college 6 corona patients recovered

जीतेगा उत्तराखंड: हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में 13 में से 6 कोरोना मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य

अस्पताल में कुल 13 कोरोना पॉज़िटिव मरीज थे जिनमें से 6 बिल्कुल ठीक हो गए हैं। ये सभी जमात से शामिल होकर आए थे।

Coronavirus in Uttarakhand: haldwani sushila tiwari medical college 6 corona patients recovered
Image: haldwani sushila tiwari medical college 6 corona patients recovered (Source: Social Media)

हल्द्वानी: सोचिये एक ऐसी बीमारी से उबरना, जिसकी चर्चा विश्व भर में हो रही है। एक ऐसी बीमारी जिसकी किसी भी प्रकार की दवाई अबतक नहीं बनी है। वो बीमारी जिसके डर से लोग महीनों से अपने घरों में कैद हो रखे हैं। ऐसी बीमारी को उत्तराखंड के हल्द्वानी में स्थित सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती 13 में से 6 मरीज हरा देते हैं और पूरी तरह स्वस्थ्य हो जाते हैं। है न खुशी की बात? सोचिये उन 6 लोगों के बारे में जो महीनों बाद एक जानलेवा वायरस को हरा कर वापस खुशी-खुशी अपने घर जायेंगे। सोचिये हमारे कोरोना वारियर्स के बारे में.. जिन्होंने उन 6 लोगों की जिंदगी बचाने के लिए दिन-रात एक कर दिया। हमारे स्वास्थ्य कर्मियों के चेहरे पर मरीजों के ठीक होने और उनके द्वारा की गई मेहनत के फल की जो खुशी होगी वो शब्दों में बयां नहीं की जा सकती है।मंगलवार शाम आखिरकार पूरी तरह स्वस्थ हो चुके 6 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया। आगे पढ़िए

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बता दें कि सुशीला तिवारी अस्पताल में कुल 13 कोरोना पॉज़िटिव मरीज थे जिनमें से 6 बिल्कुल ठीक हो गए हैं। ये सभी जमात से शामिल होकर आए थे। फिलहाल एहतियात के तौर पर सभी 6 लोगों को 14 दिन के लिए मोतीनगर के क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। आश्चर्यजनक बात ये है कि जितने भी मरीज ठीक हुए हैं वे सब 17 से 32 साल के थे। आपको बता दें कि ऐसा इसलिए क्योंकि युवाओं की इम्युनिटी बेहतर होती है। 15 दिन पूरे होने के बाद 6 जमातियों की रिपोर्ट्स दो बार नेगेटिव आयी है। मरीजों के स्वस्थ्य होने पर अस्पताल प्रशासन ने भी प्रसन्नता जाहिर की। राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर सीपी भैसौड़ा ने बताया कि कोविड 19 से ग्रस्त छह रोगी पूरी तरह स्वस्थ्य हो गए हैं। इन सबका श्रेय जाता है एमएस डॉ. अरुण जोशी, नोडल अधिकारी डॉ. परमजीत सिंह डॉ. अशोक कुमार, डॉ. यतीन्द्र सिंह, पीजी के सभी छात्र-छात्राएं और तमाम स्टाफ नर्स, वॉर्ड ब्वॉय और सफाई कर्मियों को। हमारे स्वास्थ्य कर्मी दिन-रात मेहनत करते हैं और वे ही असली तारीफ के हकदार हैं। यह जीत मात्र शुरुआत है। हमें अभी और धैर्य रखना है और कोरोना का नामोनिशान राज्य से पूरी तरह मिटाना है।