चम्पावत: उत्तराखंड के लोगों से हमारी अपील है कि जो प्रवासी घर लौट रहे हैं वो हमारे अपने ही हैं। इनसे बेहतर व्यवहार करें क्योंकि इसी में हमारी और हमारे समाज की भलाई है। लेकिन चंपावत से जो खबर आ रही है, वो कई मायनों में सवाल खड़े करती है। दरअसल चंपावत के देवीधुरा स्थित महाविद्यालय को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है। बताया गया है कि देर शाम यहां प्रवासी लोगों से भरी बस पहुंची लेकिन गांव वालों ने बस को रोक लिया। एक न्यूज वेबसाइट के मुताबिक खबर है कि इसके बाद पथराव भी हुआ और प्रशासन में हड़कंप मच गया। पथराव की जानकारी मिलते ही उपजिलाधिकारी और सीओ मौके पर पहुंचे और रात 11:00 बजे प्रवासी लोगों को महाविद्यालय में बने क्वारेंटाइन सेंटर भेजा। दरअसल ग्रामीणों का गुस्सा भी जायज है..उनका कहना है कि महाविद्यालय में प्रशासन के द्वारा अच्छी व्यवस्थाएं नहीं की गई हैं, जिस वजह से यह लोग खफा हैं। आगे पढ़िए
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - अभी अभी: उत्तराखंड में 13 मरीज कोरोना पॉजिटिव, रुद्रप्रयाग से 5...टोटल हुए 729
खबर है कि इस दौरान गांव के कुछ लोगों ने प्रवासी लोगों की बस पर भी पथराव किया। गांव वालों की मांग जायज है लेकिन इस तरीके से पथराव करना गलत है। पुलिस प्रशासन द्वारा प्रवासी लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचाया गया और तब जाकर कहीं मामला शांत हो पाया। इस मामले में जिलाधिकारी का कहना है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजे जा रहे प्रवासी लोगों का रास्ता रोका जाना गलत है। आपको बता दें कि इस वक्त पूरे उत्तराखंड में प्रवासी लोगों की घर वापसी हो रही है। ऐसे में हमारी भी आप से अपील है कि ये सब हमारे अपने लोग हैं। इनसे बेहतर व्यवहार कीजिए..इसी बात की हम आपसे अपेक्षा करते हैं। ध्यान रखिएगा...आपकी एक छोटी सी गलती आपके गांव, आपके जिले और आपके राज्य का नाम मिट्टी में मिला सकती है।