बागेश्वर: पहाड़ का उबड़-खाबड़ रास्ता, सड़क का कहीं नामों निशान नहीं और उस पर फुर्ती से कदम बढ़ातीं डीएम और अफसरों की टीम...ये तस्वीरें बागेश्वर जिले की हैं, जहां आपदा से पहले डीएम रंजना राजगुरु पैदल चलकर सुदूरवर्ती गांव का जायजा लेने पहुंची। आजादी के कई साल बीत जाने के बाद भी इस गांव में ना तो विकास पहुंचा और ना ही पक्की सड़क। गांव तक पहुंचने के लिए डीएम रंजना राजगुरु और अधिकारियों को 12 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा, लेकिन ना तो डीएम ने कोई शिकायत की और ना ही अधिकारियों ने। डीएम को पहाड़ी रास्ते पर पैदल चलते देख लोग भी हैरान रह गए। आखिरकार 12 किलोमीटर का पैदल सफर तय करके डीएम रंजना राजगुरु अपनी टीम के साथ खाती गांव पहुंची और क्षेत्र का जायजा लिया। आपदा की दृष्टि से ये क्षेत्र बेहद संवेदनशील है। मानूसन हो या फिर बर्फबारी, आपदा से सबसे ज्यादा यही गांव प्रभावित होता है।