उत्तराखंड रुद्रप्रयागCrop wasted due to excessive rainfall in Rudraprayag district

रुद्रप्रयाग के कनसिरी गांव में फटा बादल, धान की फसल बर्बाद..खेत और पुलिया बहे

कनसिरी गांव में देर रात हुई भारी बारिश कहर बनकर टूटी। बारिश के साथ आया सैलाब खेत के खेत तबाह करते हुए गुजर गया। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और नुकसान का आंकलन कर रहे हैं...

Rudraprayag news: Crop wasted due to excessive rainfall in Rudraprayag district
Image: Crop wasted due to excessive rainfall in Rudraprayag district (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: बारिश से तबाही की ये तस्वीरें रुद्रप्रयाग जिले के क्यूंजा कनसिरी की हैं। जहां देर रात बादल फटने से दहशत मच गई। गदेरे का जलस्तर बढ़ने से ग्रामीणों के खेत पानी के बहाव में बह गए। ग्रामीणों ने खून-पसीने से सींचकर धान की फसल बोई थी, वो भी नहीं बची। सड़कें बह गईं, पुलिया भी सैलाब की भेंट चढ़ गई। जिस वजह से गांव का दूसरे क्षेत्रों से संपर्क कट गया है। बादल फटने से गांव में कितना नुकसान हुआ है, इस बारे में फिलहाल पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और नुकसान का आंकलन कर रहे हैं। घटना ऊखीमठ तहसील के क्यूजा पंचायत क्षेत्र की है। जहां कनसिरी गांव में देर रात हुई भारी बारिश कहर बनकर टूटी। बारिश के साथ आया सैलाब खेत के खेत तबाह करते हुए गुजर गया।

  • गदेरे का जलस्तर बढ़ा

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    ग्रामीणों ने बताया कि गदेरे का जलस्तर बढ़ने से गांव की दो पुलिया भी बह गईं। गांव में सरकार के सहयोग से कई निर्माण कार्य कराए जा रहे थे। ये निर्माण कार्य भी सैलाब की भेंट चढ़ गए। बादल फटने से कई सरकारी योजनाओं को भारी नुकसान हुआ है। जानकारी के मुताबिक देर रात करीब तीन बजे कनसिरी गांव के लोग आने वाली तबाही से बेखबर हो घरों में सो रहे थे। इसी दौरान ऊपर पहाड़ी में भारी बारिश के बाद बादल फटा और मलबा जलजले की तरह गांव में पहुंच गया। देखते ही देखते गांव के खेत सैलाब के साथ बह गए। बादल फटने की वजह से गांव में भारी तबाही मची है। धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों के खेत भी सैलाब के साथ बह गए।

  • जगह जगह तबाही के निशान

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    बादल फटने के बाद गांव में मौजूद कई दुकानों एवं घरों में नाले का पानी और कीचड़ जमा हो गया। आपदा से गांव में नुकसान तो हुआ है, लेकिन किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि मलबे की चपेट में आने से कई सिंचाई नहरें टूट गई हैं। कई लोगों के शौचालय भी आपदा की भेंट चढ़ गए। सार्वजनिक महिला स्नानागार और दो संपर्क पुलिया भी सैलाब में बह गईं। जल संस्थान और जल निगम की पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। सड़क भी पानी के बहाव में बह गई, जिस वजह से ग्रामीणों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आपदा की सूचना मिलने के बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। गांव में हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।