रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग के नगर पालिका क्षेत्र और अगस्त्यमुनि में रहने वाले लोग कृपया ध्यान दें। नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के वार्ड नंबर 7 सिल्ली सेरा में भूलकर भी कदम ना रखें। इस इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इसी तरह रुद्रप्रयाग नगर पालिका के वार्ड नंबर पांच को भी कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। जिले के इन दोनों क्षेत्रों में एक के बाद एक कई लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। जिसके बाद दोनों इलाके कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिए गए। कंटेनमेंट जोन में प्रशासन के अगले आदेश तक पाबंदियां लागू रहेंगी। यहां लोग घरों से बाहर नहीं निकलेंगे। जरूरत के सामान की डिलीवरी प्रशासन कराएगा। नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के वार्ड नंबर सात में 4 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जिसके बाद संक्रमण की आशंका देखते हुए प्रशासन ने इलाके को सील कर दिया। यहां उत्तर दिशा में वार्ड नंबर 7 सिल्ली सेरा में दीर्घायु प्रसाद का बंद आवासीय भवन और उमेश गोस्वामी के घर का रास्ता, दक्षिण में पातीराम भट्ट का आवासीय भवन और भवन तक जाने का रास्ता, पूर्व में बृजमोहन बेंजवाल का बंद आवासीय भवन और पश्चिम में नेशनल हाईवे 107 और दिनेश भट्ट के आवासीय भवन को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। आगे पढ़िए
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रुद्रप्रयाग नगर पालिका परिषद का कौन सा क्षेत्र सील है, ये भी बताते हैं। यहां उत्तर दिशा में बाल्मीकि बस्ती और जिला अस्पताल आवासीय कॉलोनी की तरफ जाने वाले रास्ते से जुड़े इलाके को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। रुद्रप्रयाग के दोनों सील इलाकों में लोगों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी गई है। एसडीएम बृजेश तिवारी ने बताया कि जिस रफ्तार से जिले में कोरोना के पॉजिटिव केस मिल रहे हैं, उसे देखते हुए भविष्य में संक्रमण फैलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। कोरोना संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए जिले के दो इलाके माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगी है। बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले में अब तक कोरोना संक्रमण के 189 केस सामने आ चुके हैं। यहां कोरोना से एक मरीज की मौत हुई है। जिले में कोरोना को मात देने वाले मरीजों की संख्या 140 है।