देहरादून: अनलॉक में मिली ढील के बाद उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। मैदानी जिलों के साथ-साथ पहाड़ी इलाकों में भी कोरोना संक्रमण गंभीर स्थिति में पहुंच गया है। एक महीने के भीतर प्रदेश में सक्रिय मरीज दोगुने हो गए। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 24 हजार के करीब पहुंच गई है, ये तबाही ना जाने कहां जाकर रुकेगी। लगातार बढ़ रहे खतरे के बीच उत्तराखंड के सांसद प्रदीप टम्टा ने प्रदेश को लेकर एक ऐसी बात कही है, जिसका डर इस वक्त हम सबको सता रहा है। राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई। उन्होंने बिना झिझके ये साफ कहा कि प्रदेश में इस वक्त जैसे हालात हैं। हमारे सामने जो संकट खड़ा है, राज्य सरकार के पास उससे निपटने की कोई तैयारी नहीं है। सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि जिस तरह पहाड़ी जिलों अल्मोड़ा और बागेश्वर में कोरोना वायरस तेजी से फैलता जा रहा है, उससे ऐसा लग रहा है कि ये कम्युनिटी ट्रांसफर की तरफ बढ़ गया है।
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उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार को ज्यादा से ज्यादा लोगों के कोरोना टेस्ट कराने चाहिए, ताकि इस पर काबू पाया जा सके। अनलॉक में मिली छूट के बाद उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। प्रदेश के पांच जिलों में स्थिति बेकाबू होती जा रही है। देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और नैनीताल जैसे जिलों में अब तक कोरोना संक्रमण के हजारों मामले सामने आए हैं। शनिवार को उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के अब तक के सबसे ज्यादा 950 नए मामले सामने आए। राज्य में कुल मरीजों की संख्या 23961 हो गई है। इस वक्त प्रदेश में कोरोना के 7575 एक्टिव केस हैं। सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए गंभीरता नहीं दिखाई। इस लापरवाही का खामियाजा जनता भुगत रही है। सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना लगातार कहर बरपा रहा है। मैदानी इलाकों में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा हजारों में है। हर दिन कोरोना के सैकड़ों नए केस मिल रहे हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में हालात खतरनाक होते जा रहे हैं। उन्होंने राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि हजारों संक्रमित मरीज होने के बावजूद सरकार कोरोना के बढ़ते खतरे को गंभीरता से नहीं ले रही।