देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून। रिटायरमेंट के बाद ज्यादातर लोग दून में बसना चाहते हैं। जब से देहरादून राजधानी बनी है, यहां जमीन-मकान के दाम तेजी से बढ़े हैं। शहर में जैसे-जैसे कंक्रीट का जाल बिछ रहा है, जमीन की खरीद-फरोख्त के नाम पर धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं। दून पुलिस ने ऐसे ही दो मामलों में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पहला मामला प्रेमनगर थाना क्षेत्र का है। जहां दो शातिरों ने दून में जमीन दिलाने के नाम पर एक आदमी से 39 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित ने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देने लगे। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है
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इसी तरह दूसरे मामले में भ्रामक पोस्टर लगाकर धोखाधड़ी की साजिश करने वालों के खिलाफ शहर कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज किया। ये लोग प्रधानमंत्री योजना के तहत लोन दिलाने के नाम पर लोगों को लूटने की साजिश रच रहे थे। चलिए मामला विस्तार से जानते हैं। शिमला बाईपास रोड स्थित वन विहार में रहने वाले जोत सिंह रावत ने पुलिस को बताया कि उन्होंने सुद्दोवाला में प्लॉट खरीदा था। आरोपी करन सिंह रावत और मोहम्मद मुकर्रम नाम के शख्स से उन्होंने जमीन खरीदी थी। आरोपियों ने 25 अक्टूबर 2018 को जमीन की रजिस्ट्री भी कर दी, लेकिन जमीन का दाखिल खारिज अभी तक नहीं हो पाया है।
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पीड़ित ने 11 हजार रुपये प्रति गज के हिसाब से रकम का भुगतान किया था। बाद में जब उन्होने विकासनगर तहसील में दाखिल खारिज के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि करन सिंह के नाम पर कोई जमीन है ही नहीं। बहरहाल पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वहीं दून में लोन दिलाने के नाम पर भ्रामक पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है। आढ़त बाजार में दीवारों पर पर्सनल लोन, बिजनेस लोन और आधार कार्ड लोन देने के संबंध में पोस्टर लगाए गए थे। चीता पुलिस ने इस बारे में शहर कोतवाल शिशुपाल नेगी को सूचना दी। जिसके बाद पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।