उत्तराखंड देहरादूनPreparations to make Uttarakhand police smart

उत्तराखंड में स्मार्ट बनेगा पुलिस सिस्टम, जल्द देखने को मिलेंगे 14 खास बदलाव..आप भी जानिए

उत्तराखंड में अब पुलिस को स्मार्ट पुलिस बनाने की ओर तेजी से कार्य किया जा रहा है। बीते सोमवार को स्मार्ट पुलिस बनाने के दर्जन भर प्रस्तावों पर सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। आप भी जानिए

DGP Ashok Kumar: Preparations to make Uttarakhand police smart
Image: Preparations to make Uttarakhand police smart (Source: Social Media)

देहरादून: उत्तराखंड में पुलिस व्यवस्था में तेजी से बदलाव आता हुआ दिख रहा है । अशोक कुमार के डीजीपी बनने के बाद से उत्तराखंड पुलिस को स्मार्ट पुलिस( उत्तराखण्ड पुलिस को SMART (S-Sensitive & Strict, M-Modern with Mobility, A-Alert & Accountable, R- Reliable & Responsive, T-Trained & Techno-Savvy) बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में पुलिस मुख्यालय स्तर पर 9 समितियों का गठन भी किया गया है और समितियों द्वारा ट्रैफिक व्यवस्था, ड्रग्स, साइबर अपराध, शांति व्यवस्था, पुलिस वेलफेयर और पुलिस आधुनिकरण से संबंधित कार्य योजना भी तैयार की गई है। समिति द्वारा बनाई गए कार्य योजना को बीते 14 दिसंबर को पुलिस मुख्यालय उत्तराखंड में आयोजित बैठक में नितेश कुमार झा, सचिव गृह उत्तराखंड के सामने रखा गया। इस बैठक में डीजीपी अशोक कुमार भी उपस्थित रहे। डीजीपी ने बताया कि समितियों ने सभा में दर्जनों भर प्रस्ताव रखे। सोमवार को गृह सचिव नितेश कुमार ने उन प्रस्तावों को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। जो शासन स्तर के प्रस्ताव थे उनमें से अधिकतर को सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है जबकि अधिक बजट की आवश्यकता वाले प्रस्तावों पर मुख्यमंत्री से चर्चा करने के बाद कोई फैसला लिया जाएगा। चलिए अब आपको बताते हैं कि पुलिस के किन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है।

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बैठक में निम्न बिन्दुओं पर सैद्धान्तिक सहमति व्यक्त की गयी
1-सिटी पेट्रोल एवं हाइवे पेट्रोल कार की संख्या में 100 स्कोर्पियो वाहनों की वृद्धि की जाएगी जिससे पेट्रोलिंग में आसानी होगी और पुलिसकर्मियों का भी समय बचेगा
2- पुलिस की mobility में गुणात्मक परिवर्तन किया जाएगा। इससे किसी भी घटना में पुलिस का रिसपाॅन्स टाईम बेहतर होगा।
3- स्मार्ट यूनिफाॅर्म की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। पीएसी की यूनिफॉर्म को कॉम्बैट यूनिफार्म में तबदील किया जा रहा है।
4-ट्राफिक आई एप की तर्ज पर एक पब्लिक आई एप बनाया जाएगा, जिससे लोग किसी भी अपराध, ड्रग्स आदि से सम्बन्धित कोई भी सूचना पुलिस तक पहुंचा सकेंगे। इससे अपराधों में भी कमी आएगी।
5- पीएसी के वाहन जो बेहद जर्जर हालत में हैं, उनको हटाकर नए वाहन लिए जाएंगे। नए वाहनों को पहाड़ों के अनुसार मोडिफाइ किया जाएगा।
6-पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड की ओर से पुलिस कर्मियों द्वारा किसी भी केस को सॉल्व करने की पुरस्कार राशि को 20 हजार से बढ़ाकर 01 लाख किया जाएगा।
7- ट्रैफिक व्यवस्था को अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए सड़क पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों की सूचना आम जन पुलिस को दे सके इसके लिए ट्राफिक आई एप में सुधार किया जाएगा।
8-सड़क दुर्घटना में जो भी लोग घायल हुए हैं, उनके मदद करने वाले लोगों के लिए पुरस्कार योजना बनाई जाएगी और लोगों को एक लाख तक का इनाम दिया जाएगा।
9-पुलिस मुख्यालय के नए भवन की स्थापना की जाएगी।
10-सिटी पुलिस को शाॅर्ट रेंज वीपन्स दिये जाएंगे। पीएसी एवं आम्र्ड पुलिस में लाॅन्ग रेंज वैपन्स में पुरानी बंदूक की जगह इंसास राइफल दी जाएगी।
11-फायर सर्विस में महिलाओं का प्रतिनिधित्व भी शुरू किया जाएगा।
12- थाने, चौकी, आईआरबी तृतीय, नए फायर स्टेशन के निर्माण के लिए भी अधिकतम बजट उपलब्ध कराएंगे।
13-कांस्टेबल एवं उपनिरीक्षक की भर्ती एवं पदोन्नति की रूकावटों का जल्द समाप्त किया जाएगा।
14-थानों में अबतक फाइलों के अंदर रिकॉर्ड दर्ज हुआ करते थे जिससे भारी-भारी फाइलों का ढेर लगता जाता था। अब थाने के कागजों में दर्ज होने वाले रिकार्डस का अब डिजिटलाइजेशन किया जाएगा।