चमोली: चमोली जिले के तपोवन क्षेत्र में युद्धस्तर पर बचाव कार्य जारी है। प्रशासन ने अब तक 28 शव बरामद कर लिए हैं, जबकि दो सौ से ज्यादा लोग लापता हैं। लापता लोगों में उत्तराखंड के अलावा यूपी और बिहार के लोग भी शामिल हैं। इस वक्त उत्तर प्रदेश के 53 परिवारों में भी कोहराम मचा है। इन परिवारों के लाल रोजी-रोटी की तलाश में उत्तराखंड आए थे। यहां वो पावर प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे, लेकिन रविवार को आई आपदा के बाद से इनके बारे में कोई खबर नहीं मिली। तपोवन में आई जल प्रलय के बाद से उत्तर प्रदेश के कम से कम 53 लोग लापता हैं। यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। लापता लोगों में खीरी जिले के 35, मेरठ के 10 और सहारनपुर के चार लोग शामिल हैं। गोरखपुर के भी चार लोग लापता हैं। वहीं खीरी जिले के दो लोगों के मरने की भी खबर आ रही है लेकिन आधिकारिक तौर पर अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
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खीरी जिले में रहने वाले लोग उत्तराखंड में पॉवर प्लांट में काम करने गए थे। रविवार को आई आपदा के बाद से इन लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा। परिजन उनसे लगातार संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सबके फोन बंद आ रहे हैं। जिले की सिंगाही कोतवाली क्षेत्र के इच्छानगर गांव में रहने वाले 15 लोग लापता हैं। भैरमपुर गांव के आठ, सिंगाही कस्बे का एक और तिकुनिया के चार लोगों का भी परिवार से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। वहीं सिंगाही क्षेत्र से गए दो मजदूरों के आपदा में मारे जाने की सूचना है। डीएम शैलेंद्र सिंह व एसपी विजय ढुल ने सोमवार को उन गांवों का दौरा किया, जहां के लोग लापता बताए गए थे। मेरठ जिले से नेटवर्किंग का काम करने गए 10 लोग भी लापता है। सहारनपुर के 4 लोगों का भी पता नहीं चल रहा। इसी तरह गोरखपुर जिले के 4 युवक गायब हैं, ये वेल्डिंग का काम करते थे।