उत्तराखंड हरिद्वारHaridwar Kumbh will be symbolic

उत्तराखंड: PM मोदी की अपील का असर..संतों ने कहा-अब प्रतीकात्मक होगा महाकुंभ

जूना अखाड़े ने पीएम की अपील का समर्थन करते हुए कहा कि अब महाकुंभ प्रतीकात्मक होगा। ताकि इस महामारी के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी जा सके।

Haridwar Kumbh PM Modi: Haridwar Kumbh will be symbolic
Image: Haridwar Kumbh will be symbolic (Source: Social Media)

हरिद्वार: हरिद्वार में महाकुंभ के आयोजन के चलते कोविड-19 का संक्रमण कई गुना बढ़ गया है। अब तक अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि समेत करीब 83 से ज्यादा संत-महात्मा कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। संक्रमण के मामले बढ़ते देख पीएम नरेंद्र मोदी ने आज जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी से फोन पर बात की। उन्होंने कुंभ को प्रतीकात्मक रखने की अपील की। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी है। जूना अखाड़े ने भी पीएम की अपील का समर्थन करते हुए कहा कि अब महाकुंभ प्रतीकात्मक होगा। ताकि इस महामारी के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी जा सके। संतों ने पीएम मोदी की इस अपील का स्वागत किया है। साथ ही महाकुंभ को प्रतीकात्मक रखने पर भी सहमति जताई। बता दें कि शनिवार को पीएम ने आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि से फोन पर बात कर सभी संतों के स्वास्थ्य का हाल पूछा था।

ये भी पढ़ें:

पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि सभी संतगण प्रशासन को हर प्रकार का सहयोग कर रहे हैं। मैंने इसके लिए संत जगत का आभार व्यक्त किया। पीएम ने कुंभ को प्रतीकात्मक रखने की अपील की थी। जिसे साधु-संतों ने मान लिया है। जूना अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता नारायण गिरि महाराज ने कहा कि कोरोना महामारी जिस तरह से पूरे देश में फैल रही है, उसे देखते हुए महाकुंभ को प्रतीकात्मक रूप से मनाया जाएगा। जूना अखाड़ा शुरुआत से ही सरकार के साथ खड़ा है। आपको बता दें कि महाकुंभ में साधु-संत और श्रद्धालुओं समेत पुलिसकर्मी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। जिससे महाकुंभ के आयोजन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। निरंजनी और आनंद अखाड़े ने तो महाकुंभ के समापन की घोषणा भी कर दी थी, लेकिन बैरागी संत नाराज हो गए। बैरागी संतों के तीन अखाड़े निर्मोही, निर्वाणी और दिगम्बर अखाड़े के संतों ने साफ कह दिया है कि उनका मेला 30 अप्रैल तक जारी रहेगा।