उत्तराखंड पौड़ी गढ़वाल56 people coronavirus infected in Nainidanda of Pauri Garhwal

गढ़वाल: कोरोना रिपोर्ट मिलने में लग गए 12 दिन, अब क्षेत्र के 56 लोग निकले पॉजिटिव

कोरोना पॉजिटिव मिले लोगों को समय पर रिपोर्ट नहीं मिली। ये तमाम लोग आइसोलेट होने की बजाय यहां-वहां घूम रहे थे। अब हेल्थ डिपार्टमेंट इनके संपर्क में आए लोगों की पड़ताल में जुटा है।

Coronavirus in uttarakhand: 56 people coronavirus infected in Nainidanda of Pauri Garhwal
Image: 56 people coronavirus infected in Nainidanda of Pauri Garhwal (Source: Social Media)

पौड़ी गढ़वाल: कोरोना महामारी पहाड़ के कस्बों से लेकर दूरदराज के गांवों तक दस्तक दे चुकी है। पहले ही स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरस रहे इन क्षेत्रों में लोगों को कोरोना जांच की रिपोर्ट तक के लिए कई-कई दिन इंतजार करना पड़ रहा है। रिपोर्ट देर से मिलने की वजह से इलाज में देरी हो रही है, जिससे कई संक्रमितों की जान जा रही है। ऐसा ही एक मामला पौड़ी गढ़वाल के नैनीडांडा प्रखंड में सामने आया। यहां कई लोगों को बुखार-खांसी की शिकायत थी। 6 मई को इनके सैंपल लिए गए। सोमवार देर शाम जब जांच की रिपोर्ट मिली तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। गांव में दो-चार नहीं पूरे 56 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। एक साथ इतने सारे लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद महकमे के हाथ-पैर फूल रखे हैं। दरअसल जांच सैंपल लेने के बाद से अभी तक ये तमाम लोग आइसोलेट होने की बजाय यहां-वहां घूम रहे थे।

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अब हेल्थ डिपार्टमेंट कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की पड़ताल में जुटा है, ताकि उनके सैंपल भी जांच के लिए भेजे जा सकें। आपको बता दें कि बीते 6 मई को नैनीडांडा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की तरफ से विशेष शिविर का आयोजन कर धुमाकोट और नैनीडांडा में ग्रामीणों, व्यापारियों और अन्य विभागीय कर्मचारियों के सैंपल लिए गए थे। माना जा रहा था कि 3-4 दिन में रिपोर्ट आ जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सोमवार को जब रिपोर्ट मिली तो 140 लोगों में से 56 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना पॉजिटिव मिले लोगों को होम आइसोलेट किया, उन्हें दवा भी दी। नैनीडांडा स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. संजय कुमार पांडेय ने बताया कि रिपोर्ट के लिए वो पिछले एक हफ्ते से लगातार अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए थे। किसी तरह सोमवार शाम को रिपोर्ट मिल सकी। रिपोर्ट मिलने में देरी होने से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। अब गांव में कोरोना पॉजिटिव मिले लोगों के संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जाएगी।