उत्तराखंड चमोलीNo electricity in 350 villages of Chamoli

चमोली में भारी बारिश से पैदा हुआ बिजली संकट, 350 गांवों में ब्लैक आउट

चमोली जिले के 350 गांव पिछले 24 घंटों से बिजली की आपूर्ति सुचारू होने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन ये इंतजार खत्म ही नहीं हो रहा।

Chamoli disaster: No electricity in 350 villages of Chamoli
Image: No electricity in 350 villages of Chamoli (Source: Social Media)

चमोली: बिजली-पानी। हमारी मूलभूत जरूरतों में से एक। गर्मी के मौसम में जरा सी देर के लिए भी बिजली जाती है, तो हमें बेचैनी होने लगती है। बिजली नहीं आती, तो पानी की सप्लाई भी नहीं होती, जिससे दिक्कतें बढ़ती हैं। उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोग इन दिनों इसी तरह की दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। प्रदेश में पिछले चार दिन से भारी बारिश का दौर जारी है। भूस्खलन के चलते कई जगह सड़कें बह गईं तो कहीं पोल गिरने की वजह से बिजली की सप्लाई ठप हो गई है। चमोली जिले के 350 गांव भी पिछले 24 घंटों से बिजली की आपूर्ति सुचारू होने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन ये इंतजार खत्म ही नहीं हो रहा। यहां श्रीनगर से चमोली जनपद के लिए सप्लाई हो रही 66 केवी की विद्युत लाइन में फाल्ट आने से जिले के दशोली, घाट और जोशीमठ ब्लॉक के करीब 350 गांवों में बिजली की सप्लाई ठप पड़ी हुई है। बदरीनाथ हाईवे नरकोटा के समीप अवरुद्ध है, जिस वजह से देर शाम तक भी यहां विद्युत लाइन के सुधारीकरण का काम शुरू नहीं हो पाया। एक तो बारिश ने वैसे ही कहर ढाया हुआ है, उस पर गांव में बिजली भी नहीं आ रही।

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जिले के 350 गांव अंधेरे में डूबे हैं। लोगों को भारी बारिश के दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि मौसम विभाग ने चमोली समेत प्रदेश के 9 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था, ऐसा ही हो भी रहा है। बीते दिन जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण विद्युत लाइन में फाल्ट हो गया। इस वजह से यहां कल सुबह 11 बजे से बिजली की सप्लाई ठप है। ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने बताया कि 66 केवी की लाइन का एक तार टूट जाने की सूचना मिली है। अधिकारी और कर्मचारी फाल्ट को ठीक करने में जुटे हैं, लेकिन नरकोटा के समीप बदरीनाथ हाईवे खराब होने के कारण शाम तक भी लाइन सुचारू नहीं की जा सकी। कर्मचारियों के मौके पर पहुंचते ही बिजली लाइन की मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा।