उत्तराखंड पिथौरागढ़Meteorological Department issued red alert in Uttarakhand

उत्तराखंड में आज इन 4 जिलों की मुश्किलें बढ़ाएगा मौसम, भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी

मौसम के लिहाज से अगले 24 घंटे मुश्किलभरे रहने वाले हैं। मौसम विभाग ने देहरादून समेत पांचों जिलों में अगले 24 घंटे के भीतर भारी बारिश की संभावना जताई है।

Uttarakhand News: Meteorological Department issued red alert in Uttarakhand
Image: Meteorological Department issued red alert in Uttarakhand (Source: Social Media)

पिथौरागढ़: प्रदेश में मानसूनी बारिश कहर ढा रही है। पहाड़ में जगह-जगह सड़कें ब्लॉक हैं तो वहीं मैदानों में लोग जलभराव की समस्या का सामना कर रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल इन दिक्कतों से राहत नहीं मिलेगी। मौसम के लिहाज से अगले 24 घंटे मुश्किलभरे रहने वाले हैं। मौसम विभाग ने देहरादून समेत पांचों जिलों में अगले 24 घंटे के भीतर भारी बारिश की संभावना जताई है। चार जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी हुआ है। इन जिलों के बारे में भी जान लें। पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, पौड़ी जैसे जिलों में आज भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। भूस्खलन की भी संभावना है। इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी हुआ है। बात करें देहरादून की तो यहां मंगलवार सुबह से ही बारिश जारी है। दूसरे जिलों का भी यही हाल है। बारिश की वजह से कई जगह सड़कें बंद हो गई हैं। यमुनोत्री हाईवे खनेड़ा पुल के पास मलबा और बोल्डर आने से बंद हो गया है। हाईवे को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई है। खराब मौसम को देखते हुए देहरादून में सभी विभागों के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सतर्क रहने को कहा गया है।

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उपजिलाधिकारियों को अपने इलाकों से आपदा प्रबंधन से जुड़ी तमाम जानकारियां लेने के साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग को मुहैया कराने के लिए निर्देशित किया है। डीएम डॉ. आर राजेश कुमार ने कहा कि अगर अधिकारी किसी भी स्तर पर लापरवाही करते पाए गए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने दून में रिस्पना और बिंदाल जैसी नदियों के किनारे बसी बस्तियों पर भी नजर रखने की हिदायत दी है। नदियों का जलस्तर बढ़ने पर लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश में लगातार जारी बारिश और भूस्खलन की सबसे ज्यादा मार सड़कों पर पड़ रही है। मलबा आने से यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे घंटों बाधित रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी बुरे हाल हैं। यहां मलबा आने से 90 संपर्क मार्ग बंद हैं। चमोली जिले में भूस्खलन और मलबा आने से 21 संपर्क मार्ग बंद हैं।