देहरादून: आखिरकार वो बात सच हो गई, जो कि हमने आपको पहले बताई थी। उत्तराखंड में आईएएस अधिकारियों के बंपर तबादले किए गए हैं। कुल मिलाकर 34 आईएएस अधिकारियों को ताश के पत्तों की तरह फेंटा गया है। इस बार आईएएस दीपक रावत, आईएएस स्वाति भदौरिया, आईएएस नितिन भदौरिया, आईएएस सविन बंसल, आईएएस आशीष चौहान समेत कुल मिलाकर 34 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। उधर जिस बात का अंदाजा पहले से लगाया जा रहा था आखिरकार वही हुआ है। आईएएस दीपक रावत को प्रबंध निदेशक यूपीसीएल प्रबंध निदेशक पिटकुल एवं निदेशक उरेडा के पदभार से मुक्त किया गया है। उन्हें वापस कुंभ मेला अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है। आईएएस दीपक रावत और ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत के बीच पहले से ही गर्मा गर्मी की खबरें सामने आ रही थी। आगे पढ़िए
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आईएएस दीपक रावत ने ऊर्जा निगम में प्रबंध निदेशक पद की जिम्मेदारी संभालने में पूरे 7 दिन लगा दिए थे। बताया गया कि वो अपनी नियुक्ति से खुश नहीं थे। ये भी कहा गया कि कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत भी उन्हें ऊर्जा निगम में प्रबंध निदेशक बनाए जाने से नाराज थे। खबर पहले ही सामने आ गई थी कि आईएएस दीपक रावत को ऊर्जा विभाग के प्रबंध निदेशक के पद से हटाने की तैयारी चल रही है। आईएएस दीपक रावत हाल ही में ऊर्जा निगम में प्रबंध निदेशक पद पर तैनात हुए थे, लेकिन अब स्थाई नियुक्ति के बाद आईएएस दीपक रावत को इस पद से हटना पड़ा। आईएएस अधिकारी दीपक रावत जल्द ही इस जिम्मेदारी से कार्यमुक्त हो गए। आपको बता दें कि इसकी जानकारी भी खुद ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत ने दी थी। उन्होंने कहा कि ऊर्जा निगमों में प्रबंधन निदेशक के पद के लिए स्थाई नियुक्ति की प्रक्रिया को शुरू किया जा रहा है। इसके लिए उनके द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी बात कर ली गई है।