देहरादून: आइटीबीपी अकादमी मसूरी में बीते रविवार को पासिंग आउट परेड का आयोजन हुआ जिसमें 53 सहायक कमांडेंट शामिल हुए। इसमें उत्तर प्रदेश से 11 राजस्थान से 7, उत्तराखंड से 6, महाराष्ट्र से 7, हरियाणा से 6, कर्नाटक से 3, बिहार से 3, चंडीगढ़ से 2, पंजाब से 1, मणिपुर से 2, तमिलनाडु से 1, केरल से 1 और झारखंड से 1 अधिकारी शामिल हुआ है। इस बार की पासिंग आउट परेड में खास बात यह रही पहली बार यूपीएससी चयन प्रक्रिया में आइटीबीपी में 2 महिला अधिकारी शामिल हुई हैं और दोनों महिला अधिकारियों को असिस्टेंट कमांडेंट के पद की जिम्मेदारी दी गई है। आइटीबीपी ने रविवार को इन पहली दो महिला अफसरों को भारत तिब्बत सीमा पुलिस में तैनाती दी है और इसी के साथ सरहद की रक्षा करने वालों में पहली बार महिला अफसर शामिल हुई हैं। इनमें से एक महिला अधिकारी उत्तर प्रदेश की हैं और दूसरी महिला अधिकारी बिहार की हैं। रविवार को पासिंग आउट परेड में आइटीबीपी में शामिल होकर दोनों महिला अफसरों ने देश सेवा की शपथ ली।
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: हॉकी स्टार वंदना के घरवालों से बदतमीजी, कप्तान रानी रामपाल बोलीं बड़ी बात
यूपीएससी चयन प्रक्रिया के द्वारा आइटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट बनीं उत्तर प्रदेश के इटावा की दीक्षा के पिता पुलिस इंस्पेक्टर हैं। दीक्षा के पिता का कहना है कि उनको उनकी बेटी के ऊपर गर्व है। दीक्षा ने कहा है कि आइटीबीपी में अधिकारी के रूप में शामिल होने का उनका सपना आखिरकार पूरा हो गया है और उन्होंने अपने पिता को अपनी कामयाबी का श्रेय देते हुए कहा है कि उनके पिता के बिना यह हासिल करना मुमकिन नहीं था। उनके पिता ने हमेशा से उनको प्रोत्साहन दिया है और उन्हीं की बदौलत उन्होंने आज यह मुकाम हासिल किया है। वहीं दूसरी महिला अधिकारी प्रकृति मूल रूप से बिहार की रहने वाली हैं। उन्होंने कहा है की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार उनका सपना पूरा हुआ है और उनकी सफलता के पीछे उनके परिवार का अहम योगदान रहा है। बता दें कि बीते रविवार को मसूरी में हुई पासिंग आउट परेड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शिरकत की और जवानों को दिल से सलाम किया। पासिंग आउट परेड में आईटीबीपी के 53 अधिकारी मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं।