उत्तराखंड श्रीनगर गढ़वालMarine Drive to be built in Srinagar Garhwal

श्रीनगर में बनेगा उत्तराखंड का पहला मरीन ड्राइव, जानिए इस डबल लेन प्रोजक्ट की खास बातें

श्रीनगर में अलकनंदा नदी के किनारे पर्यटक ले पाएंगे मरीन ड्राइव का मजा, जल्द शुरू होगा 7.5 किलोमीटर लंबाई वाले मरीन ड्राइव का निर्माण कार्य

Srinagar Marine Drive: Marine Drive to be built in Srinagar Garhwal
Image: Marine Drive to be built in Srinagar Garhwal (Source: Social Media)

श्रीनगर गढ़वाल: अब मरीन ड्राइव की सैर करने के लिए मुंबई तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उत्तराखंड के श्रीनगर में लोग पहाड़ों का लुफ्त उठाने के साथ अलकनंदा नदी के किनारे मरीन ड्राइव का आनंद भी उठा पाएंगे। जी हां, अलकनंदा नदी के किनारे बनने जा रही मरीन ड्राइव के निर्माण की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। डीपीआर बनाने के लिए नोएडा की फर्म का चयन किया गया है। सभी कागजी प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। बताया जा रहा है कि डीपीआर बनाने के बाद नोएडा की फर्म बजट स्वीकृति के लिए इसको सड़क परिवहन मंत्रालय को भेजेगी। मंत्रालय से बजट स्वीकृत हो जाने के बाद कार्य शुरू हो जाएगा। बता दें कि 2018 में लोक निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग खंड को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने पंच पीपल से स्वीत तक मरीन ड्राइव बनाने के निर्देश दिए थे। यह मरीन ड्राइव बदरीनाथ हाईवे के दोनों छोरों पर जुड़ रही है।

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2019 में सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से इस प्रोजेक्ट को मंजूरी भी मिल गई थी मगर दो बार डीपीआर बनाने के लिए टेंडर देने के बावजूद भी किसी फर्म ने इसको बनाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। आखिरकार नोएडा की फर्म 29 लाख रुपए में डीपीआर बनाने के लिए राजी हो गई है। 7.5 किलोमीटर लंबी मरीन ड्राइव के बनने के बाद लोग सुकून से पहाड़ों के साथ ही मरीन ड्राइव का भी मजा उत्तराखंड में ले पाएंगे। उत्तराखंड में कई धार्मिक एवं पर्यटन स्थल शामिल हैं और मरीन ड्राइव के बनने के साथ ही यह भी भविष्य में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन जाएगा। उत्तराखंड में यह पहला मरीन ड्राइव होगा और इसके निर्माण के बाद यह आकर्षक टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर बनकर सामने आएगा। यह मरीन ड्राइव 12 मीटर चौड़ाई वाला होगा और इसे डबल लेन बनाया जाएगा। यह पंच पीपल से लेकर स्वीत तक बनाया जाएगा। इसकी लंबाई 7.5 किलोमीटर होगी। इस पूरे प्रोजेक्ट का काम पूरा होने के बाद पूरे इलाके में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा।