उत्तराखंड चमोलीEklavya school to open in chamoli and pithoragarh

गुड न्यूज: चमोली और पिथौरागढ़ में खुलेंगे एकलव्य स्कूल, 5000 बच्चों को मिलेंगे टेबलेट

केंद्रीय जनजाति कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने छात्रों के लिए कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने कहा कि देश के सीमांत जिलों में एकलव्य स्कूल खुलेंगे। पांच हजार छात्रों को टैबलेट भी दिए जाएंगे।

Pithoragarh Eklavya school: Eklavya school to open in chamoli and pithoragarh
Image: Eklavya school to open in chamoli and pithoragarh (Source: Social Media)

चमोली: उत्तराखंड में तीन दिवसीय जनजाति महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरसा मुंडा के जन्मदिन और उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित ये महोत्सव कई मायनों में खास है। महोत्सव में जनजाति समाज के हस्तशिल्प व पारंपरिक नृत्य कला का प्रदर्शन भी किया जा रहा है। देहरादून में हुए कार्यक्रम में केंद्रीय जनजाति कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। साथ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। इस मौके पर केंद्रीय जनजाति कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने छात्रों के लिए कई बड़े ऐलान किए..उन्होंने कहा कि देश के सीमांत जिलों में एकलव्य स्कूल खुलेंगे। ये भी कहा कि विभागीय विद्यालयों में पढ़ रहे जनजाति के 5 हजार छात्रों को टैबलेट दिए जाएंगे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि उत्तराखंड जनजाति महोत्सव के माध्यम से सभी जनजातियों को एक मंच मिला है। उत्तराखंड के साथ ही झारखंड एवं छत्तीसगढ़ का निर्माण पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था। हमारे ये प्रदेश विकास की दिशा में निरंतर आगे बढ़ें, इसकी जिम्मेदारी हमारी है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश में जनजाति समाज को सम्मान देने का कार्य किया है। आगे पढ़िए

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में 2000 शिक्षकों, प्रवक्ताओं की भर्ती जल्द..'हरदा' को शिक्षा मंत्री का करारा जवाब
उन्होंने राज्य के एकलव्य स्कूलों तथा जनजाति शोध संस्थान की व्यवस्थाओं की भी सराहना की। ये भी कहा कि जनजाति क्षेत्रों के विकास को लेकर जो भी प्रस्ताव मुख्यमंत्री द्वारा भेजे जाएंगे, उन पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उनकी जन्मभूमि और कर्मभूमि दोनों का संबंध जनजाति संस्कृतियों से रहा है। पिथौरागढ़ में भोटिया संस्कृति से उनका लगाव रहा, वहीं कर्मभूमि खटीमा की थारू-बुक्सा जनजाति से भी उनका आत्मीय रिश्ता है। प्रदेश के अनुसूचित जनजाति के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान की जा रही है। राज्य में तीन एकलव्य मॉडल स्कूल, तीन आईटीआई, चार जनजाति हॉस्टल और सोलह आश्रम पद्धति विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा से राज्य के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ और चमोली में जनजातीय छात्रों के लिए दो नए एकलव्य आवासीय विद्यालय खोले जाने का अनुरोध किया। बता दें कि राजधानी देहरादून के ओएनजीसी अंबेडकर मैदान में जनजाति महोत्सव मनाया जा रहा है। महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी धूम मची है।