पौड़ी गढ़वाल: CDS General Bipin Rawat के निधन से राष्ट्र ने एक बहादुर बेटा खो दिया। उत्तराखंड के छोटे से गांव में जन्मे सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने चार दशकों तक मातृभूमि की रक्षा में निस्वार्थ सेवा की। अपनी विलक्षण प्रतिभा, परिश्रम तथा अदम्य साहस एवं शौर्य के बल पर सेना के सर्वोच्च पद पर आसीन हुए। बीते दिन उनका हेलिकॉप्टर क्रेश होने की मनहूस खबर आई तो द्वारीखाल के सैंण गांव में सन्नाटा पसर गया। व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दीं। दोपहर बाद जैसे ही सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन की खबर आई तो गांव के लोग फफक पड़े। सैंण गांव वही गांव है, जहां देश के बहादुर योद्धा बिपिन रावत का जन्म हुआ था। पलायन से जूझ रहे इस गांव में पहुंचने के लिए मुख्य मोटर मार्ग से एक किमी पैदल रास्ता तय करना पड़ता है। 29 अप्रैल 2018 को जनरल रावत ने गांव का दौरा कर राज्य सरकार से गांव तक सड़क सुविधा उपलब्ध कराने का आग्रह किया था। सड़क बन भी रही थी, लेकिन अफसोस कि इस सड़क से अब जनरल रावत कभी नहीं गुजरेंगे। आगे पढ़िए
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