उत्तराखंड हल्द्वानीSkeleton of Harish Joshi of Bageshwar found in Haldwani

हल्द्वानी में मिला बागेश्वर के हरीश जोशी का कंकाल, 4 साल से लापता थे

क्षेत्र के लोग जंगल में लकड़ियां बीनने नहीं गए होते तो हरीश चंद्र (Bageshwar Harish Joshi Skeleton Haldwani) की गुमशदगी का राज, राज ही बना रहता।

Bageshwar Harish Joshi Skeleton Haldwani: Skeleton of Harish Joshi of Bageshwar found in Haldwani
Image: Skeleton of Harish Joshi of Bageshwar found in Haldwani (Source: Social Media)

हल्द्वानी: हल्द्वानी...नैनीताल का खूबसूरत शहर। बीते दिन यहां कुछ ऐसा हुआ, जिसने हर किसी को सन्न कर दिया। यहां जंगल में एक मानव कंकाल मिला। कंकाल की शिनाख्त भी हो गई है। बताया जा रहा है कि कंकाल 4 साल पहले लापता हुए युवक का है। कंकाल के कपड़ों से मिले आधार कार्ड के अनुसार शव की शिनाख्त 42 वर्षीय हरीश चंद्र जोशी के रूप में हुई। हरीश चंद्र जोशी बागेश्वर (Bageshwar Harish Joshi Skeleton Haldwani) के रहने वाले थे। जांच के दौरान पता चला कि चार साल पहले हरीश चंद्र बिंदुखत्ता में रहने वाली अपनी बहन के घर आए थे। इस दौरान वो अचानक लापता हो गए। परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई। अपने स्तर पर भी तलाश जारी रखी, लेकिन हरीश कहां है, ये पता नहीं चल सका। बीते दिन क्षेत्र के कुछ लोग रामपुर रोड स्थित टांडा के बियाबान जंगल में लकड़ियां बीन रहे थे। तभी उनकी नजर कुछ हड्डियों पर पड़ी। डरे हुए ग्रामीणों ने कंकाल मिलने की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो कंकाल के पास से एक आधार कार्ड मिला। जिससे शव की शिनाख्त बागेश्वर निवासी हरीश चंद्र जोशी के रूप में हुई। बताया जा रहा है कि कंकाल चार वर्ष पुराना है। ट्रांसपोर्ट नगर चौकी इंचार्ज मनोज कुमार ने बताया कि आधार कार्ड से जंगल में मिले कंकाल की शिनाख्त हो गई है। ये भी पता चला है कि युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट लालकुआं कोतवाली में भी दर्ज है। घटना की सूचना युवक के परिजनों को दे दी गई है, मामले की जांच जारी है।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: जान बचाने के लिए बाघ से भिड़ गई बहादुर लीला देवी, सिर पर आए 30 टांके