हरिद्वार: 6 दिसंबर को हिंदू धर्म में लौटे wasim rizvi उर्फ jitendra tyagi uttarakhand के हरिद्वार में hate speech को लेकर एक बार फिर विवादों में हैं। उन पर धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर नफरत फैलाने का आरोप लगा है। ये मामला इस हद तक बढ़ गया कि उत्तराखंड पुलिस को उनके खिलाफ केस दर्ज करना पड़ा। उत्तराखंड पुलिस ने वसीम रिजवी के खिलाफ केस दर्ज करने की जानकारी सोशल मीडिया पर दी। उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट कर बताया हरिद्वार में हुई धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी और अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ हरिद्वार में धारा 153A IPC के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है। वसीम पर धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने और नफरत फैलाने का आरोप लगा है। आरोप है कि वसीम रिजवी ने हरिद्वार में हुई धर्म संसद में धर्म विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की। भड़काऊ भाषण से जुड़े वीडियो वायरल होने के बाद बवाल मचा हुआ है। इन वीडियो पर संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड पुलिस ने वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
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बता दें कि इस मामले में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने गृह मंत्री अमित शाह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हरिद्वार के धर्म संसद के संचालकों और वक्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा कि यहां जो हो रहा है वह देश में शांति व्यवस्था और सांप्रदायिक सद्भाव के लिए बड़ा खतरा है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। उन्होंने अपनी पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष को धर्म संसद में बयान देने वाले नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कराने को कहा है। ओवैसी ने कहा कि हमारी टीम ने रुड़की में भी मामला दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन ऐसा हो नहीं हो पाया। बता दें कि वसीम रिजवी उत्तर प्रदेश के प्रमुख मुस्लिम चेहरों में शामिल रहे हैं। वसीम इस्लाम धर्म छोड़कर हिन्दू बनने की वजह से सुर्खियों में हैं। अब wasim rizvi उर्फ jitendra tyagi uttarakhand के हरिद्वार में hate speech को लेकर सुर्खियों में हैं।