उत्तराखंड चम्पावतAAP offers job to Dalit cook of Champawat in Delhi

उत्तराखंड: स्कूल में दलित-सवर्ण विवाद के बीच कूदी AAP, महिला को दिया नौकरी का ऑफर

Champawat School Dalit Savarna विवाद को आम आदमी पार्टी दे रही है पॉलिटिकल एंगल। महिला को दिल्ली सरकार में दिया सरकारी नौकरी का प्रस्ताव, पढ़िए..

Dalit-Savarna Controversy: AAP offers job to Dalit cook of Champawat in Delhi
Image: AAP offers job to Dalit cook of Champawat in Delhi (Source: Social Media)

चम्पावत: Aam Aadmi Party हर तरह के राजनीतिक पैंतरे चलकर उत्तराखंड के लोगों का विश्वास जीतने की पूरी-पूरी कोशिश कर रही है और सरकार को घेरने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही है। आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर से उत्तराखंड में सरकार को घेरने के लिए चाल चल दी है। हाल ही में उत्तराखंड के Champawat के sukhidang School में Dalit Savarna विवाद का गंभीर मामला सामने आया था। बता दें कि स्कूल के सभी बच्चों ने दलित के हाथ का खाना खाने से इंकार कर दिया था। जब इस मामले ने तूल पकड़ ली तो दलित महिला को नौकरी से हटा दिया गया और उसकी जगह सामान्य वर्ग की महिला को नियुक्ति दे दी गई। दरअसल अनुसूचित जाति की सुनीता देवी को कुछ दिनों पहले सुखीढांग इलाके के जौल गांव के सरकारी स्कूल में भोजन माता के तौर पर नियुक्त किया गया था। उन्हें कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के लिए मिड डे मील तैयार करने का काम सौंपा गया था।

दलित महिला द्वारा बनाये गए खाने का बहिष्कार

स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि सुनीता की ज्वाइनिंग के पहले दिन ऊंची जाति के स्टूडेंट्स ने भोजन किया था। हालांकि, दूसरे दिन से उन्होंने भोजन का बहिस्कार करना शुरू कर दिया। स्टूडेंट्स ऐसा क्यों कर रहे हैं, यह समझ से परे है। कुल 57 छात्रों में से अनुसूचित जाति के 16 बच्चों ने उसके हाथ से बना खाना खाया। तब से इस मामले ने तूल पकड़ ली है और यह सुर्खियों में छा गया है। आगे पढ़िए...

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एक खबर के मुताबिक अब Aam Aadmi Party इस पूरे मामले को पॉलिटिकल एंगल देने की पूरी-पूरी कोशिश कर रही है। हालांकि अब पार्टी इस चीज में कामयाब होती है या फिर नाकामयाब यह तो वक्त ही बताएगा मगर आम आदमी पार्टी वर्तमान में सरकार को घेरने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही है। बता दें कि आम आदमी पार्टी ने धामी सरकार पर हमला बोला है। दरअसल दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने भोजन माता प्रकरण पर Pushkar Singh Dhami सरकार पर जमकर हमला बोला और उन्होंने कहा कि सीएम धामी राज्य के लोगों को न्याय दिलाने में सक्षम हैं। दलित होने के कारण एक महिला को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा और धामी सरकार ने इस पर एक शब्द भी नहीं बोला। उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है और आम आदमी पार्टी महिला के साथ खड़ी है।

राजनैतिक रोटियां सकने की जल्दी में "पलायन" मुद्दा भूली AAP:

आप मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने अनुसूचित जाति की महिला को दिल्ली सरकार में नौकरी देने का भी ऑफर दिया है। आइये आपको पूरे मामले से अवगत कराते हुए बताते हैं कि आखिर कैसे उत्तराखंड में छुआछूत का यह नया वायरस सुर्खियों में बना हुआ है। यह शुरू हुआ चंपावत के Government Inter College Sukhidang से जहां अनुसूचित जाति की महिला को भोजनमाता नियुक्त किए जाने के बाद छात्र-छात्राओं का भोजन करने से इंकार करने का मामला सामने आया था। जिसके बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जांच कर भोजनमाता की नियुक्ति को अवैधानिक करार देते हुए उनको नौकरी से निकाल दिया। यह मामला खूब चर्चाओं में रहा।

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केवल यहीं पर यह मामला नहीं थमा और मामले में नया मोड़ आया। जब सवर्ण महिला को भोजनमाता के तौर पर नियुक्ति दी गई तब स्कूल के दलित छात्रों ने सवर्ण के हाथ से बना खाने से मना कर दिया है। हालांकि, पहले सवर्ण वर्ग के छात्रों ने दलित के हाथ से बने खाने को खाने से मना कर दिया था। इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल के लेटर लिखे जाने के बाद अब मामले ने एक बार फिर से तूल पकड़ लिया है।

उत्तराखंड CM ने DIG को दिए जांच के आदेश:

मामले के तूल पकड़ने पर प्रदेश के CM Pushkar Singh Dhami ने कुमाऊं DIG Nilesh Aanand Bharne को मामले की जांच के आदेश दिए। वहीं उन्होंने कहा दोनों पक्षों से बातचीत कर गलतफहमियां खत्म करा दी गई हैं। लेकिन आम आदमी पार्टी अब इस पूरे मामले को खींचने में लग रखी है और इसको राजनीतिक एंगल से जोड़ने का प्रयास कर रही है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि धामी सरकार के राज में दलित महिला के साथ अन्याय हुआ है और धामी सरकार ने दलित महिला के पक्ष में एक शब्द तक नहीं बोला है। आम आदमी पार्टी सरकार ने दिल्ली सरकार के अंदर दलित महिला को नौकरी देने का प्रस्ताव भी दिया है। हालांकि अब तक दलित महिला का इस पर कोई भी बयान नहीं आया है। खैर यह तो तय है कि Champawat के sukhidang School में Dalit Savarna विवाद में आम आदमी पार्टी भी राजनीतिक रोटियों सेंक रही है।