उत्तराखंड उधमसिंह नगरBan on Movements of Student in IIM Kashipur cause of coronavirus cases

उत्तराखंड: IIM में कोरोना ने बरपाया कहर, छात्रों की आवाजाही पर रोक..लागू हुए सख्त नियम

आईआईएम प्रशासन ने छात्र-छात्राओं की परिसर से बाहर आवाजाही पर रोक लगा दी है। घर गए छात्र भी इंस्टीट्यूट में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। उन्हें घर से ही परीक्षा देनी होगी।

IIM Kashipur Corona Cases: Ban on Movements of Student in IIM Kashipur cause of coronavirus cases
Image: Ban on Movements of Student in IIM Kashipur cause of coronavirus cases (Source: Social Media)

उधमसिंह नगर: कोरोना को लेकर एक बार फिर डराने वाली खबरें मिलने लगी हैं। बीते दिनों नैनीताल के नवोदय विद्यालय में 85 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अब एक चिंता बढ़ाने वाली खबर काशीपुर आईआईएम से आई है। यहां तीन छात्र कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इन छात्रों को हाल ही में क्वारंटाइन किया गया था। एहतियात के तौर पर सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। फिलहाल तीनों को आइसोलेट किया गया है और उनका इलाज किया जा रहा है।

IIM Kashipur Corona Cases:

कैंपस में तीन कोरोना के केस मिलने के बाद आईआईएम प्रशासन ने सख्त कदम भी उठाए हैं। जिसके तहत आईआईएम प्रशासन ने छात्र-छात्राओं की परिसर से बाहर आवाजाही पर रोक लगा दी है। घर गए छात्र भी इंस्टीट्यूट में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। उन्हें घर से ही परीक्षा देनी होगी। संस्थान के अधिकारियों ने कहा कि कुछ दिन बाद कॉलेज में परीक्षा होने वाली है। छात्र-छात्राओं से कहा गया है कि अगर वह घर जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं, लेकिन दोबारा कॉलेज में लौटने का मौका अगले कुछ महीनों तक नहीं मिलेगा।

ये भी पढ़ें:

कोरोना का दौर खत्म होने तक उन्हें ऑनलाइन कक्षाएं लेनी होंगी। हाल के दिनों में घर जाने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा ऑनलाइन देनी होगी।

Students को किया जा सकता है Quarantine:

कॉलेज की ओर से इसे लेकर एक प्रेस नोट जारी किया गया है। जिसमें कहा गया कि संस्थान कोविड से निपटने के लिए नियमों का पालन कर रहा है। जब छात्र वापस कैंपस में शामिल होते हैं तो उन्हें क्वारेंटाइन किया जाता है।
क्वारेंटाइन अवधि के बाद आरटीपीसीआर का परीक्षण किया जाता है। हाल में क्वारेंटाइन किए गए छात्रों में से तीन कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। संस्थान की मेडिकल टीम इन छात्रों की व्यक्तिगत देखभाल कर रही है और उनकी प्रगति की बारीकी से निगरानी कर रही है। सभी छात्रों का इलाज जारी है।
इससे पहले छात्रों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद परिसर के बाहर छात्रों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। एहतियात के तौर पर संस्थान ने 674 छात्र-छात्राओं और कर्मियों का आरटीपीसीआर परीक्षण भी कराया था। जिसमें सभी निगेटिव पाए गए।