उत्तराखंड रुड़कीVIP Sticker car caused jam in Roorkee

उत्तराखंड: रईसजादे ने नो पार्किंग में खड़ी की VIP स्टीकर कार, लगा लंबा जाम..पुलिस बेबस !

पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के दावे तो करती है, लेकिन इन दावों की हकीकत ये है कि पुलिस की रसूखदारों के सामने ज्यादा चलती नहीं।

Roorkee News: VIP Sticker car caused jam in Roorkee
Image: VIP Sticker car caused jam in Roorkee (Source: Social Media)

रुड़की: मोक्षनगरी हरिद्वार। वो शहर जहां सिर्फ त्योहारों पर ही नहीं बल्कि आम दिनों में भी श्रद्धालुओं की खूब भीड़ नजर आती है। भीड़-भाड़ होगी तो सड़कों पर जाम भी लगेगा। अतिक्रमण की वजह से शहर को हर वक्त जाम से जूझना पड़ता है। पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के दावे तो करती है, लेकिन इन दावों की हकीकत ये है कि पुलिस की रसूखदारों के सामने ज्यादा चलती नहीं। अब कल का ही मामला ले लें।

रुड़की में रसूखदार का रुबाब, घंटों जाम :

रुड़की में कोतवाली के बाहर बीच सड़क पर किसी रसूखदार की कार खड़ी हो गई। वीआईपी स्टीकर लगी इस कार की वजह से आधा घंटे तक जाम लगा रहा। वीआईपी स्टीकर लगी कार के आगे पुलिस भी बेबस नजर आई। मामला बढ़ा तो पुलिस ने कार को सीज करने का दावा किया, लेकिन ऐसा कर नहीं पाई। बाद में पुलिस ने चालान कर कार को छोड़ दिया। घटना सोमवार दोपहर की है। एक युवक वीआईपी स्टीकर लगी कार को कोतवाली के गेट के पास ही बीच सड़क में खड़ी कर के दुकान में खरीदारी करने चला गया।

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इस बीच सड़क के दोनों तरफ आधा किलोमीटर तक जाम लग गया। बाद में कोतवाली से दो पुलिसकर्मियों को जाम खुलवाने भेजा गया। दोनों पुलिसकर्मी कार चालक की तलाश करते रहे। करीब आधा घंटे बाद कार चालक मौके पर आया तो पुलिस ने कार को सीज करने का दावा किया। पुलिस वाले कार को कोतवाली के भीतर भी ले गए, लेकिन पुलिस के दावे उस समय हवा हो गए जब पुलिस को इस कार को सीज करने के बजाय सिर्फ चालान कर के छोड़ना पड़ा।
बताया जा रहा है कि यह कार एक प्रॉपर्टी डीलर के बेटे की थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कार का नो पार्किंग में चालान किया गया है। बड़ा सवाल ये है कि जो पुलिस कोतवाली के बाहर की स्थिति नहीं संभाल पा रही, वो पूरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था कैसे संभालेगी। रुड़की के सिविल लाइंस बजार में अतिक्रमण की वजह से अक्सर जाम लगा रहता है। कारोबारियों का सामान और ग्राहकों के वाहन सड़क पर खड़े नजर आते हैं, लेकिन पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती।