चमोली: उत्तराखंड पर्यटन के साथ-साथ एडवेंचर स्पोर्ट्स के क्षेत्र में नई पहचान बना रहा है। कई शहरों में पैराग्लाइडिंग शुरू हो गई है। ऋषिकेश राफ्टिंग और बंजी जंपिंग के लिए मशहूर है। अब बात करते हैं औली की, जो कि स्कीइंग के लिए पहचाना जाता है। राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों (राष्ट्रीय स्कीइंग चैंपियनशिप) के आयोजन के दौरान यहां खिलाड़ियों ने बर्फ में खूब जौहर दिखाए। औली के अंतरराष्ट्रीय स्लोप पर स्कीइंग करने के अनुभव को खिलाड़ियों ने शानदार बताया। स्थानीय खिलाड़ियों के साथ ही दूसरे राज्य के खिलाड़ी भी औली स्लोप से प्रभावित दिखे। स्कीइंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों ने कहा कि औली का स्लोप देश के सबसे बेहतर स्लोप में से एक है। यहां पर स्कीइंग करना शानदार अनुभव रहा है। स्कीइंग में गोल्ड मेडल जीतने वाली उत्तराखंड की खिलाड़ी मानसी फरस्वाण कहती हैं कि औली का स्लोप काफी बेहतर है, जिससे अच्छी प्रैक्टिस हो जाती है। इस बार अच्छी बर्फ पड़ते ही हमने तैयारी शुरू कर दी थी, जिसके चलते प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिली।
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हिमाचल की स्वर्ण पदक विजेता आंचल ठाकुर का अनुभव भी कुछ ऐसा ही रहा। उन्होंने कहा कि मैंने कई जगह पर स्कीइंग की है, लेकिन औली जैसा स्लोप नहीं देखा है। यहां पर तैयारी करने के लिए अच्छा स्कोप है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्कीइंग कर चुकी आंचल कहती हैं कि औली का स्लोप हिमाचल से बेहतर है। स्नो बोर्ड में गोल्ड मेडल जीतने वाली प्रीति कहती हैं कि पहली बार स्नोबोर्ड में महिला खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिला, और ये अनुभव शानदार रहा। उत्तराखंड के लिए गोल्ड जीतने वाली महक कवांण कहती हैं कि प्रदेश के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। सरकार अगर प्रोत्साहन दे और बेहतर उपकरण उपलब्ध कराए तो प्रदेश के खिलाड़ी और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। आपको बता दें कि औली के विश्व प्रसिद्ध नंदा देवी स्की स्लोप पर सोमवार से तीन दिवसीय नेशनल स्की एंड स्नो बोर्ड चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। नंदादेवी स्लोप को अंतरराष्ट्रीय स्कीइंग प्रतियोगिता के लिए मान्यता मिली हुई है। इस स्लोप की लंबाई 1.35 किमी और चौड़ाई 40 मीटर है।