उत्तराखंड देहरादूनDehradun ISBT outpost in-charge Harsh Arora suspended

देहरादून में पुलिस अफसर ने ही कर दी भू-माफिया से सांठगांठ, DGP ने लिया बड़ा एक्शन

दून में सरकारी और गैर सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे का खेल खूब चल रहा है, और कई मामलों में पुलिस की मिलीभगत भी सामने आई है।

dgp ashok kumar : Dehradun ISBT outpost in-charge Harsh Arora suspended
Image: Dehradun ISBT outpost in-charge Harsh Arora suspended (Source: Social Media)

देहरादून: देहरादून के राजधानी बनने के बाद यहां जमीन-मकान की डिमांड बढ़ी है। इस बढ़ती डिमांड ने भूमाफिया को पनपने का मौका दिया है। दून में सरकारी और गैर सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे का खेल खूब चल रहा है, और कई मामलों में पुलिस की मिलीभगत भी सामने आई है। एक ऐसे ही मामले में डीजीपी ने सख्त एक्शन लेते हुए आईएसबीटी चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया है। मामला पटेलनगर थाना क्षेत्र का है। यहां भूमाफिया ने तिब्बती फाउंडेशन के भूमि को खुर्द-बुर्द कर दबंगई दिखाते हुए कब्जाने का प्रयास किया। तिब्बती फाउंडेशन प्रतिनिधि ने डीजीपी अशोक कुमार से शिकायत की, जिसके बाद डीजीपी ने मामले में मुकदमा दर्ज न करने को लेकर आईएसबीटी चौकी प्रभारी हर्ष अरोड़ा को तत्काल निलंबित करते हुए लाइन हाजिर कर दिया है। डीजीपी ने इस पूरे मामले की जांच कर भूमि कब्जाने वाले आरोपी भूमाफिया के खिलाफ तत्काल निष्पक्ष जांच कराने के आदेश भी देहरादून एसएसपी को दिए हैं। आगे पढ़िए

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दोखम तिब्बती फाउंडेशन के प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी अशोक कुमार को बताया कि फाउंडेशन की आरकेडिया ग्रांट स्थित भूमि पर कुछ भूमाफिया ने अतिक्रमण कर कब्जाने का प्रयास किया। इस मामले में आईएसबीटी चौकी में शिकायत की गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया। डीजीपी ने इस मामले में तत्काल एक्शन लेते हुए आरोपी सुरेश चंद्र माथुर और उनके सहयोगियों के खिलाफ धारा 147, 323, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच के आदेश दिए हैं। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि वह माफिया द्वारा सरकारी और गैर सरकारी भूमि को कब्जाने के विषय में शिकायतों के आधार पर निष्पक्ष जांच कर विधि अनुसार कठोर कार्रवाई करेंगे। उन्होंने तिब्बती फाउंडेशन के प्रतिनिधिमंडल को अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया।