उत्तराखंड देहरादूनSchool buses challan seized in Dehradun Haridwar Roorkee Rishikesh

देहरादून, हरिद्वार, रूड़की में जानलेवा स्कूल बसें..450 वाहनों के कटे चालान, 40 वाहन सीज

परिवहन विभाग की टीम स्कूली बसों और वाहनों को सड़कों पर चेक करने की बजाय, अब खुद स्कूलों में जाकर जांच कर रही है।

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Image: School buses challan seized in Dehradun Haridwar Roorkee Rishikesh (Source: Social Media)

देहरादून: छह अगस्त 2019। ये मनहूस तारीख उत्तराखंड कभी नहीं भूलेगा। इसी दिन टिहरी में हुए स्कूल वैन हादसे में कंगसाली गांव के 10 मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। इस तरह की घटना दोबारा न हो और मासूमों का सफर सुरक्षित रहे इसके लिए परिवहन विभाग ने विशेष अभियान शुरू किया है।

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स्कूली बसों और वैन में छात्रों को सुरक्षित यात्रा कराई जा सके, इसके लिए परिवहन विभाग की ओर से बसों का ऑडिट शुरू हो चुका है। परिवहन विभाग की टीम स्कूली बसों और वाहनों को सड़कों पर चेक करने की बजाय, अब खुद स्कूलों में जाकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन में सीबीएसई बोर्ड की ओर से जारी मानकों के अनुसार जांच कर रही है। अभियान के तहत राजधानी देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की और विकासनगर में स्कूली बसों का ऑडिट किया जा रहा है। पहले चरण में करीब 400 गाड़ियों का ऑडिट किया जा चुका है। 450 वाहनों के चालान किए गए हैं, जबकि 40 से ज्यादा वाहन सीज हुए हैं।

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साथ ही जो स्कूल बसें सीबीएसई बोर्ड की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक संचालित नहीं की जा रही हैं, उन बसों और वाहनों को चिन्हित कर गाड़ियों के संचालकों को नोटिस जारी किया जा रहा है। ऐसे वाहनों के संचालन पर रोक लगाई जा रही है। अब तक ऐसी 25 स्कूली बसों के संचालन पर रोक लगाई गई है। जो नाबालिग दोपहिया वाहन से स्कूल जाते हैं, उनके पैरेंट्स को भी नोटिस दिया गया है। नोटिस में कहा गया कि जब तक लाइसेंस न बन जाए, तब तक बच्चे को वाहन न दें। ऐसा न करने पर 25 हजार का जुर्माना या फिर 3 साल की सजा अभिभावक को हो सकती है। आरटीओ प्रवर्तन सुनील शर्मा ने बताया कि अभियान के तहत करीब 450 वाहनों के चालान किये गए हैं। 40 से ज्यादा वाहनों को सीज किया गया है। जिन वाहनों के कागज पूरे नहीं हैं, उन्हें किसी भी दशा में संचालित न करने के निर्देश दिए गए हैं।