देहरादून: उत्तराखंड के युवा संगीतकार गुंजन डंगवाल अब हमारे बीच नहीं रहे।
gunjan dangwal demise
उनके आकस्मिक निधन से उत्तराखंड का संस्कृति जगत स्तब्ध है। सोशल मीडिया पर शोक संदेशों की बाढ़ आ गई है। गुंजन डंगवाल उन लोगों में थे, जिन्होंने अपने संगीत से उत्तराखंडी लोकगीतों को हजारों-लाखों लोगों तक पहुंचाया। वो युवा कलाकारों को तरजीह देते थे। उन्होंने लोकगीतों की आत्मा बचाए रखने के साथ ही उन्हें नया स्वरूप प्रदान करने की सफल कोशिश की। कुछ समय पहले ही उनका गीत द्यौ लागी रिलीज हुआ था, जिसे सोशल मीडिया पर खूब प्यार मिला। गुंजन डंगवाल, सुभाष पांडेय, विवेक नौटियाल की जोड़ी एक बार फिर जादू जगाने में कामयाब रही। लेकिन किसे पता था कि ये गीत गुंजन डंगवाल का आखिरी गीत बन जाएगा। उनका अचानक चले जाना उत्तराखंड के संगीत जगत के लिए बड़ा झटका है। बता दें कि संगीतकार गुंजन डंगवाल का चंडीगढ़ के पास सड़क दुर्घटना में आकस्मिक निधन हो गया। आगे देखिए उनका आखिरी गीत
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वो देहरादून से चंडीगढ़ अपने दोस्त के पास जा रहे थे। गुंजन अपनी स्विफ्ट कार में सवार थे और दुर्घटना के वक्त अकेले ही थे। इस दुखद हादसे की सूचना मिलने के बाद उनके माता-पिता देहरादून से चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं।
Gunjan Dangwal Songs
गुंजन डंगवाल भले ही अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनके गीत हमेशा उत्तराखंड के संगीत जगत का हिस्सा रहेंगे। यहां आपको गुंजन डंगवाल के आखिरी गीत द्यौ लागी का वीडियो दिखाते हैं। राज्य समीक्षा टीम की ओर से उत्तराखंड के इस चमकते सितारे को भावभीनी श्रद्धांजलि...देखिए वीडियो