देहरादून: एजुकेशन हब के रूप में मशहूर देहरादून में कई प्रसिद्ध स्कूल-कॉलेज और यूनिवर्सिटी हैं। जिनमें देश के अलग-अलग राज्यों के साथ विदेशी छात्र भी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
History of Dehradun DAV College
देहरादून का डीएवी पीजी कॉलेज ऐसा ही बड़ा संस्थान है। इस कॉलेज से देश की कई बड़ी हस्तियों ने पढ़ाई की है। डीएवी से दो देशों के प्रधानमंत्री, कई मंत्री और सेना के अफसर पढ़ाई कर चुके हैं। हिमालय की चोटी पर जीत हासिल करने वाली बछेंद्री पाल भी डीएवी कॉलेज की स्टूडेंट रही हैं। मॉरिशस के पूर्व प्रधानमंत्री शिवसागर रामगुलाम और नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री लोकेंद्र बहादुर चंद डीएवी के स्टूडेंट रह चुके हैं। देश की बात करें तो उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा, भारत सरकार के पूर्व मंत्री महावीर त्यागी, ब्रह्मदत्त, पूर्व भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल बीसी जोशी और वैज्ञानिक डॉ. फारुख शेख ने भी इसी संस्थान से शिक्षा ग्रहण की।
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ये कॉलेज ब्रिटिश काल में स्थापित हुआ। डीएवी पीजी कॉलेज का पूरा नाम दयानंद एंग्लो वैदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय है। डीएवी संस्थान के लिए साल 1904 में देहरादून के पूरन सिंह नेगी ने जमीन दान की। 1922 में इसे इंटरमीडिएट कॉलेज के रूप में शुरू किया गया और साल 1946 में यह डिग्री कॉलेज के रूप में संचालित होने लगा। 1948 में डीएवी महाविद्यालय के रूप में स्थापित हो गया। यह कॉलेज देहरादून के करनपुर में स्थापित है। कॉलेज का फोन नंबर 0135-2743555 है। अधिक जानकारी के लिए कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट davpgcollege.in/ पर संपर्क किया जा सकता है। डीएवी कॉलेज में विज्ञान कला, तकनीकी और विधिक तमाम क्षेत्रों की शिक्षा-दीक्षा दी जाती है। यहां बीएससी, एमएससी, रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, प्राणी विज्ञान, बीएड, एलएलबी, समाजशास्त्र और इतिहास समेत कई कोर्सेज की पढ़ाई कराई जाती है। सेल्फ फाइनेंस के अंतर्गत मास्टर ऑफ मास कम्युनिकेशन डिग्री व डिप्लोमा, बीएससी आईटी जैसे प्रोफशनल कोर्स भी Dehradun DAV College से किए जा सकते हैं।