उत्तरकाशी: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक uksssc paper leak के मामले में अगर सबसे अधिक कुछ चर्चा का विषय बना हुआ है तो वह है उत्तरकाशी जिला।
Uksssc paper leak 3 politicians suspects
पेपर लीक के मामले में उत्तरकाशी जिले के कई जनप्रतिनिधियों और बड़े नेताओं का नाम पेपर लीक करवाने को लेकर सामने आ चुका है। हाकम सिंह की गिरफ्तारी के बाद कई ऐसे नाम निकल रहे हैं जिसको सुनकर आप भी चौंक जाएंगे और अब उत्तरकाशी के तीन जनप्रतिनिधियों एवं एक जूनियर इंजीनियर का नाम भी चर्चा में आ गया है।।दरअसल भाजपा से निष्कासित एवं जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत के गिरफ्तार होने के बाद पेपर लीक गिरोह की कई कड़ियां आपस में जुड़ रही हैं। इसमें क्षेत्र पंचायत सदस्य पुरोला एवं मोरी क्षेत्र के 2 ग्राम प्रधान के अलावा लोनिवि के एक जूनियर इंजीनियर का नाम भी चर्चा में है जो कि हाकम सिंह रावत के बेहद करीबी माने जाते हैं। दरअसल यूकेएसएसएससी के स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक की पूरी प्लानिंग 2021 में ही कर ली गई थी और तब नकल माफिया गिरोह ने अपने परिवार के सदस्यों एवं रिश्तेदारों से जमकर आवेदन करवाए और उसके बाद पेपर लीक किया गया।
ये भी पढ़ें:
हाकम सिंह की गिरफ्तारी के बाद नौगांव सुनारा निवासी अंकित रमोला को अरेस्ट किया गया। अंकित रमोला एक जनप्रतिनिधि के भाई का अघोषित मैनेजर है। अंकित रमोला का नाम अन्य भर्तियों में भी चर्चा में आया है। इसी बीच लोनिवि में तैनात एक जूनियर इंजीनियर ने अपने परिवार के सदस्य को परीक्षा से पहले पेपर मुहैया कराने के लिए हाकम सिंह से संपर्क किया था। वहीं हाल ही में वन रक्षक भर्ती में भी उत्तरकाशी जिले का मोरी क्षेत्र खासी चर्चा में रहा है। वन रक्षक परीक्षा में नकल कराने का आरोप जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत पर लगा है। वन रक्षक भर्ती में नकल कराने के आरोप में हाकम सिंह रावत के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज हुआ। और तो और वन रक्षक भर्ती में भी मोरी और पुरोला क्षेत्र के कई युवक युवतियों का चयन हुआ है जिनकी निकटता हाकम सिंह रावत से है। कुल मिलाकर यह मामला केवल हाकम सिंह रावत एवं कुछ जनप्रतिनिधियों तक सीमित नहीं रहा है हाकम सिंह की गिरफ्तारी से यह बात तो तय है कि यह पहली बार नहीं है कि इतने बड़े स्तर पर होने वाली परीक्षा लीक uksssc paper leak हुई हो। अब देखना यह है कि सरकार और प्रशासन इस मामले में और कितनी गहराई तक जाकर जांच पड़ताल करते हैं और सभी आरोपियों के नाम उजागर करते हैं।