उत्तराखंड पिथौरागढ़BRO built a bridge on Thal-Munsiyari road in 29 days

उत्तराखंड BRO टीम को सैल्यूट: रिकॉर्ड 29 दिन में बनाया 45 मीटर लंबा पुल, अब शुरू हुआ सफर

बादल फटने से थल -मुनस्यारी मार्ग पर द्वालीगाड़ पुल बह गया था। उस के स्थान पर अब नया पुल तैयार कर दिया गया है।

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Image: BRO built a bridge on Thal-Munsiyari road in 29 days (Source: Social Media)

पिथौरागढ़: उत्तराखड से एक शानदार तस्वीर सामने आई है।

BRO built bridge on Thal-Munsiyari in 29 days

बीआरओ की टीम इस कार्य के लिए बधाई की पात्र है। आपको बता दें कि आठ जुलाई को बादल फटने से थल -मुनस्यारी मार्ग पर द्वालीगाड़ पुल बह गया था। उस के स्थान पर अब नया पुल तैयार कर दिया गया है। रिकॉर्ड 29 दिन में पुल बनकर तैयार है। आखिरकार अब थल -मुनस्सारी मार्ग पर यातायात भी बहाल हो गया है। इससे जनता सहित वाहन चालकों ने राहत की सांस ली है। 45 मीटर लंबे इस पुल के निर्माण में 63 मजदूर और बीआरओ के अभियंता जुटे रहे। रामगंगा नदी पुल से मुनस्यारी तक का मार्ग भारत माला सड़क के अंतर्गत आने से इसका संचालन बीआरओ द्वारा किया जा रहा है। बीआरओ ने यहां पर 16 अगस्त से पुल निर्माण का कार्य प्रारंभ किया। आगे पढ़िए

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पुल निर्माण के लिए बीआरओ के इंजीनियरों ने 63 मजदूरों के साथ कार्य प्रारंभ किया। बुधवार को 45 मीटर पुल तैयार हुआ और वाहन पास होने लगे। द्वालीगाड़ के पास पुल नहीं होने से बिर्थी से लेकर मुनस्यारी तक का क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित रहा। आठ जुलाई को क्षेत्र में बादल फटने से द्वालीगाड़ नाला ऊफान पर आ गया था और नदी के बहाव से मोटर पुल बह गया था। पुल बहने से एक दो दिनों तक बिर्थी से लेकर मुनस्यारी तक का क्षेत्र अलग -थलग रहा। बाद में नाले में पत्थर डाल कर आवाजाही की गई। सबसे बड़ी समस्या राइंका बिर्थी में पढऩे जाने वाले डेढ़ सौ बच्चों को हुई । इस स्थान पर एक कठ पुल बनाया गया था। वाहन नाले से ही होकर चल रहे थे। वाहनों को धक्का मार कर पार कराना पड़ रहा था।