पौड़ी गढ़वाल: उत्तराखंड का शिक्षा विभाग महज एक मज़ाक बनकर रह गया है। सरकार से पैसा मिलता रहता है और शिक्षक अपनी मौज में रहते हैं।
Pauri Garhwal Teacher Madhu Rawat Story
पहाड़ी इलाकों में कोई भी शिक्षक जाने क़ो तैयार नहीं है और अगर उन्हें ट्रांसफर किया भी जा रहा है तो वे खुद की जगह ठेके पर दूसरे लोगों को लगा रहे हैं। वे खुद स्कूल जाते नहीं और ठेके पर स्कूल की व्यवस्था देकर आराम करते हैं। हाल ही में पौड़ी के मुख्य शिक्षा अधिकारी का एक पत्र वायरल हो रहा है। पत्र में एक ऐसी ही शिक्षिका पर कड़ी कार्यवाही की गई है जिसने खुद की जगह 2500 के ठेके पर एक लड़की को रख रखा है। औचक निरीक्षण के दौरान यह सच बाहर आया। निरीक्षण के दौरान संज्ञान में आया कि थलीसैण की प्रभारी प्रधानाध्यापिका शीतल रावत द्वारा अपने स्थान पर किसी ग्रामीण लड़की को छात्र – छात्राओं के अध्यापन हेतु रखा गया है। जिसका नाम कुमारी मधु रावत है, जिसे रूपये 2500 मासिक पारिश्रमिक का भुगतान शीतल द्वारा प्रदान किया जाता है। थलीसैंण के उप शिक्षा अधिकारी को विस्तृत जांच कर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए और इसके बाद शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया। अग्रिम आदेशों तक प्रधानाध्यापिका शीतल रावत के वेतन पर भी रोक लगा दी गई है।