पौड़ी गढ़वाल: पौड़ी की अंकिता भंडारी की निर्मम हत्याकांड में दोषी पाए गए रिजॉर्ट के संचालक और पूर्व राज्यमंत्री के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य व उसके दो मैनेजरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
Ankita Bhandari Murder Uttarakhand
लोगों में आरोपियों को लेकर आक्रोश भी साफ दिखाई दे रहा है। भीड़ इस कदर आक्रोशित हो गई थी कि उन्होंने पूर्व राज्यमंत्री का बेटा और मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पर जमकर घूंसे, पत्थर और चप्पल बरसाए। लेकिन वह घबराने की बजाय उल्टा लोगों पर अंदर से घूंसों से वार कर रहा था। इससे भीड़ का गुस्सा और बढ़ गया। वह अंदर से ही गाली गलौच भी कर रहा था। लोगों से पिटने के बाद भी उसके चेहरे पर डर और अपने जुर्म का पछतावा नजर नहीं आ रहा था। उसके चेहरे पर ज़रा भी अपराधबोध का भाव नहीं नज़र आया।
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दरअसल शनिवार सुबह अंकिता का शव मिलने के बाद प्रदेशभर में जगह-जगह लोगों का गुस्सा दिखाई दिया। सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे लोग आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। वहीं प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि भाजपा ने अंकिता हत्याकांड में पुलकित आर्य की गिरफ्तारी के बाद पुलकित के पिता विनोद आर्य और उनके पुत्र डॉ.अंकित आर्य को पार्टी से निष्काषित कर दिया है। वहीं प्रदेशभर में आक्रोश को देखते हुए डीजीपी ने सभी शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं सोमवार को कांग्रेस नेता हरीश रावत अंकिता भंडारी के पैतृक गांव डोब श्रीकोट पहुंचे। उन्होंने अंकिता के परिवार से मुलाकात की और अंकिता के माता-पिता का ढांढस बंधाया था।इसके साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि वो कौन वीआईपी था, जिसको एस्कॉर्ट करने के लिए अंकिता पर दबाव बनाया जा रहा था। ऐसे वीआईपी को भी बेनकाब किया जाना चाहिए।