उत्तराखंड देहरादूनKarva Chauth moon Timing in Uttarakhand Dehradun Haridwar

Uttarakhand Karva chauth: देहरादून, हरिद्वार में कितने बजे दिखेगा चांद? सब कुछ जान लीजिए

मौसम विभाग के अनुसार आज ज्यादातर जगह मौसम साफ रहेगा। इससे चंद्रमा के दर्शन करने में किसी तरह की समस्या नहीं आएगी। पढ़िए Uttarakhand Karva chauth टाइमिंग

uttarakhand karva chauth moon timing: Karva Chauth moon Timing in Uttarakhand Dehradun Haridwar
Image: Karva Chauth moon Timing in Uttarakhand Dehradun Haridwar (Source: Social Media)

देहरादून: देशभर में करवा चौथ का पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है। ये व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए खास होता है। वह अपने पति की लंबी आयु व सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं।

Karva Chauth moon Timing in Uttarakhand Dehradun Haridwar

इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार कर माता पार्वती व भगवान शिव की पूजा करती हैं। इस बार करवाचौथ के दिन बहुत ही अद्भुत और शुभ संयोग बन रहा है। करवा चौथ पर जहां एक तरफ चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृष में रहेंगे, जबकि शाम को चंद्रमा की पूजा के समय रोहिणी नक्षत्र होगा, इस नक्षत्र को ज्योतिष सुहागिन महिलाओं के लिए खास बता रहे हैं। इसी दिन सर्वसिद्धि योग भी बन रहा है, यह पूजा के लिए अत्यंत शुभ योग है। करवा चौथ पर चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है। आप भी जान लें कि आपके शहर में चांद कब निकलेगा। राजधानी देहरादून में चंद्रोदय का समय शाम 8 बजकर 02 मिनट है। इसी तरह हरिद्वार में शाम 8 बजकर 02 मिनट पर चांद के दर्शन होंगे। करवा चौथ व्रत कार्तिक मास के चतुर्थी तिथि को रखा जाता है।

ये भी पढ़ें:

इस साल चतुर्थी तिथि 12 अक्टूबर को रात 01 बजकर 59 मिनट से आरंभ होगी, जो कि 14 अक्टूबर को सुबह 03 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी। गुरुवार की चतुर्थी तिथि को अति शुभ माना गया है। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित माना गया है। जबकि चतुर्थी तिथि भगवान श्रीगणेश को। इस साल करवा चौथ पर पूजन के कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, अमृत काल शाम 04 बजकर 08 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। पूजा की कुल अवधि 01 घंटा 42 मिनट की है। इसके अलावा सुबह 11 बजकर 44 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त है। इस साल करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय रात 08 बजकर 09 मिनट पर है। मौसम विभाग के अनुसार ज्यादातर जगह मौसम साफ रहेगा। इससे चंद्रमा के दर्शन करने में किसी तरह की समस्या नहीं आएगी।