उत्तराखंड चमोलीMansi Negi of Chamoli district won gold medal in National Championship

गढ़वाल की मानसी नेगी रचा इतिहास, 20 Km रेस में नेशनल लेवल पर जीता गोल्ड मेडल

Mansi negi ने 1 घंटा 40 मिनट का वक्त लगाया और 20 किमी वॉक रेस में गोल्ड मेडल जीतकर ले आई।

mansi negi gold medel: Mansi Negi of Chamoli district won gold medal in National Championship
Image: Mansi Negi of Chamoli district won gold medal in National Championship (Source: Social Media)

चमोली: इस बेटी को उत्तराखंड की उड़नपरी कहें, तो कुछ भी गलत नहीं…खेतों में प्रैक्टिस कर खुद को मजबूत बनाने वाली, गजब की प्रतिभा की धनी इस बेटी ने साबित किया है कि इतिहास यूं ही नहीं बनता..जिस उत्तराखंड में एथलेटिक्स से दूर दूर तक अब तक किसी का कोई वास्ता नहीं था, वो उत्तराखंड अब विजेताओं की फौज खड़ी कर रहा है।

Mansi Negi of Chamoli district won gold medal

इन्हीं में से एक नाम है…मानसी नेगी। मानसी नेगी चमोली जिले को मजोठी गांव की रहने वाली हैं। बेहद गरीब घर की वो लड़की, जिसने अपने सपनों को उड़ान दी, मेहनत से मुंह नहीं मोड़ा और एक बार फिर से नेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल जीतकर ले आई। गोल्ड मेडल…वो भी ऐसे एवेंट में , जिसे पूरा करने में अच्छे-खासे एथलीट पसीना छोड़ देते हैं। 20 किलोमीटर की वॉक रेस में गोल्ड मेडल जीतना आसान नहीं है। इस मुश्किल काम को मानसी की हिम्मत ने आसान बना दिया। इस बेटी ने 1 घंटा 40 मिनट का वक्त लगाया और 20 किमी वॉक रेस में गोल्ड मेडल जीतकर ले आई। और इसी के साथ मानसी ने नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर उत्तराखंड का नाम रोशन कर दिया।

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अंडर 23 कैटेगरी में मानसी का कोई तोड़ नहीं। मानसी नेगी के जीतने का सिलसिला लगातार जारी है और अब इंतजार इंटरनेशनल चैपियनशिप का है। राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीत चुकी है मानसी

Mansi Negi medal list

2021 में राष्ट्रीय खेल में सिल्वर मेडल जीता
यूनिवर्सिटी लेवल कॉम्पिटीशन में भी सिल्वर मेडल जीता
खेलो इंडिया में भी राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीता
अब इंटनेशनल लेवल पर गोल्ड जीतना है सपना
मानसी नेगी की प्रतिभा को उसके कोच अनूप बिष्ट अच्छी तरह से जानते हैं। कभी खेतों में प्रैक्टिस करने वाली मानसी की प्रतिभा किसी से छुपी नहीं। जमाना क्या कहता है, इस बात की मानसी ने कभी फिक्र नहीं कीष वो आगे बढ़ती रही, जीत के कदम से अपने कदमों को मिलाती रही। आज मानसी नेशनल लेवल पर कई मेडल जीत चुकी है लेकिन ये बेटा थकी नहीं, हारी नहीं, रोई नहीं, पछताई नहीं…हार को भूलकर जीत का हार पहनने वाली मानसी को नेशनल लेवल का चैंपियन बनने पर बधाई दीजिए। इस बेटी का हौसला बढ़ाइए..ताकि बाकी बेटियों को भी प्रेरणा मिले।