देहरादून: अगर आपको लगता है कि आप ट्रैफिक पुलिस की गैरमौजूदगी में यातायात के नियमों का उल्लंघन कर देंगे और आपके कारनामों का किसी को पता नहीं चलेगा तो ज़रा इस भ्रम से बाहर आ जाइए
Dehradun Hitech Vehicle Tracker System
क्योंकि पुलिस हो या न हो, अगर आपने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया तो उल्लंघन करने वालों पर एनपीआर कैमरों और वाहन ट्रैकिंग सिस्टम के जरिए नकेल कसी जाएगी। यह मुमकिन हुआ है वाहन ट्रैकिंग सिस्टम की वजह से। इसके तहत वर्तमान में परिवहन विभाग नियमित रूप से 24 हजार वाहनों की निगरानी कर रहा है। यातायात नियमों का उल्लंघन का अलर्ट मिलते ही संबंधित वाहन का चालान कर दिय जाएगा। दरअसल ओवरस्पीडिंग से बचने के लिए राज्य में भारी यात्री ओर मालवाहक वाहनों पर जीपीएस सिस्टम लगाना अनिवार्य है। परिवहन आयुक्त मुख्यालय से प्रत्येक वाहन की डिजीटल कंट्रोल पैनल के जरिए जीपीएस युक्त वाहनों की निगरानी की जा रही है।
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इस वक्त दो हजार माल वाहक वाहन और बाकी यात्री वाहन जीपीएस के जरिए परिवहन विभाग के राडार पर हैं। जीपीएस सिस्टम के तहत वाहन में लगने वाली डिवाइस मिनट पर कंट्रोल रूम को मैसेज जारी करती रहती है और वाहन के रूट से हटने या तय सीमा से अधिक रफ्तार से वाहन चलाने तक की सूचना मैसेज के जरिए आ जाती है। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर तत्काल ही ऑनलाइन चालान भी कर दिया जाता है। वहीं यातायात के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्रों में एनपीआर (आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्नाइजेशन) कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। इन कैमरों की मदद से हर वाहन पर नजर रखी जा सकेगी। इनकी रेंज काफी बेहतर होती है। इनके जरिए कार के भीतर व्यक्ति ने सीट बेल्ट पहनी है या नहीं, यह भी कैमरे से दर्ज हो जाता है। कुल मिला कर देहरादून में स्मार्ट सिटी के तहत डिजीटल कंट्रोल पैनल की शुरुआत की गई है जो कि ट्रैफिक रूल्स का पालन करवाने का और रूल्स तोड़ने वालों पर नजर रखने का एक अच्छा और एडवांस उपाय है।