उत्तराखंड टिहरी गढ़वालKuldeep Bisht Pramod Juyal Mushroom Farming Earning Profit

कुलदीप बिष्ट- प्रमोद जुयाल: शहर छोड़ गांव लौटे दो दोस्त, अब खेती से लाखों में कर रहे हैं कमाई

कुलदीप बिष्ट और उनके दोस्त प्रमोद जुयाल कभी काम के लिए शहरों के धक्के खा रहे थे, लेकिन फिर ये गांव लौटे और मशरूम की खेती शुरू कर अपनी और अपने जैसे कई लोगों की जिंदगी बदल दी।

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Image: Kuldeep Bisht Pramod Juyal Mushroom Farming Earning Profit (Source: Social Media)

टिहरी गढ़वाल: पलायन को रोकना है तो हमें स्वरोजगार को अपनाना होगा। खुद स्वावलंबी बनकर दूसरों को भी आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाने होंगे।

Kuldeep Bisht Pramod Juyal Mushroom Farming

टिहरी गढ़वाल के दो दोस्त इन दिनों यही कर रहे हैं। भैंसकोटी गांव के रहने वाले कुलदीप बिष्ट और उनके दोस्त प्रमोद जुयाल कभी काम के लिए शहरों के धक्के खा रहे थे, लेकिन फिर ये गांव लौटे और मशरूम की खेती शुरू कर अपनी और अपने जैसे कई लोगों की जिंदगी बदल दी। ये दोनों मशरूम से अचार, मुरब्बा, बिस्कुट और ड्राई पाउडर समेत कई प्रोडक्ट बना रहे हैं, जिसकी शहरों में खूब डिमांड है। भविष्य में मशरूम से नूडल्स और च्यवनप्राश बनाने पर भी विचार कर रहे हैं। कुलदीप बिष्ट ने गाजियाबाद से एमबीए किया है। इसके बाद वो एक प्रतिष्ठित बैंक में जॉब कर रहे थे, लेकिन उनका मन खेती में रमता था। ये बात उन्होंने अपने दोस्त प्रमोद जुयाल को बताई। कुलदीप ने बताया कि साल 2017 तक उनके गांव में ज्यादा लोग मशरूम की खेती नहीं करते थे। इसलिए उन्होंने खुद की जमा पूंजी लगाकर एक छोटी सी शुरुआत कर दी। कुलदीप बताते हैं कि साल 2015 से नौकरी करते हुए उन्होंने मशरूम उत्पादन के फायदों के बारे में जाना और नौकरी के साथ ही उत्तराखंड उद्यान विभाग और स्थानीय मशरूम किसानों से ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया। आगे पढ़िए

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कुलदीप और प्रमोद ने 40 हजार रुपये लगाकर काम करना शुरू किया। दोनों दोस्त दिन में नौकरी करते थे और रात को खेती। पहली बार में ही उन्हें अच्छा उत्पादन मिला। जिससे दोनों का हौसला बढ़ गया। आखिरकार एक साल बाद दोनों ने नौकरी छोड़कर JMD Farms कंपनी की शुरूआत कर दी। जैसे-जैसे उनका काम बढ़ने लगा, उन्होंने देहरादून और टिहरी में भी प्रोडक्शन शुरू कर दिया। फ्रेश मशरूम के अलावा, जो मशरूम बच जाते जाते थे उनसे उन्होंने बाय-प्रोडक्ट्स बनाना शुरू किया। अच्छी बात ये है कि कुलदीप और प्रमोद दूसरे लोगों को मुफ्त ट्रेनिंग भी देते हैं और अब तक वह 2500 लोगों को ट्रेनिंग दे चुके हैं। उनके गांव में 90 लोग मशरूम उत्पादन के काम से जुड़ चुके हैं। अपने प्रोडक्ट्स को वह ‘Fungoo’ ब्रांड नाम के साथ बेच रहे हैं। मशरूम के बिज़नेस से उन्होंने पिछले साल 40 लाख का मुनाफा कमाया है। अगर आप भी प्रमोद और कुलदीप की तरह मशरूम उत्पाद से जुड़कर नई शुरुआत करना चाहते हैं तो दिए गए नंबर 9634104201 या 8755897207 पर उनसे संपर्क कर सकते हैं।