उत्तराखंड हरिद्वारHaridwar Uttarakhand sterilization husband wife compensation case

उत्तराखंड: नसबंदी के बाद भी पैदा हो गया सातवां बच्चा, मां-बाप ने की मुआवजे की मांग

6 बच्चों की मां ने नसबंदी ऑपरेशन कराया था, लेकिन कुछ समय बाद महिला फिर से प्रेग्नेंट हो गई, और इस तरह उन्हें सातवें बच्चे को जन्म देना पड़ा।

uttarakhand husband sterilization case: Haridwar Uttarakhand sterilization husband wife compensation case
Image: Haridwar Uttarakhand sterilization husband wife compensation case (Source: Social Media)

हरिद्वार: उत्तराखंड में एक महिला का नसबंदी ऑपरेशन फेल हो गया। नसबंदी कराने के बावजूद वो गर्भवती हो गई और अपने 7वें बच्चे को जन्म दिया।

Uttarakhand sterilization husband wife compensation case

पीड़ित महिला का आरोप है कि चिकित्सकों की लापरवाही के कारण उनकी नसबंदी असफल रही है। उसने अधिकारियों से शिकायत करते हुए चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बच्चे के पालन-पोषण के लिए मुआवजा भी मांगा है। घटना हरिद्वार की है। यहां रहने वाली 32 साल की प्रतिभा देवी ने 16 फरवरी 2019 को हरिद्वार के जिला अस्पताल में नसबंदी ऑपरेशन करवाया था। प्रतिभा के 6 बच्चे थे, वो और बच्चे नहीं चाहती थीं। प्रतिभा को लगा कि नसबंदी ऑपरेशन के बाद उनकी समस्या हल हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आगे पढ़िए

ये भी पढ़ें:

नसबंदी ऑपरेशन कराने के कुछ समय बाद प्रतिभा फिर से प्रेग्नेंट हो गई, और इस तरह उन्हें सातवें बच्चे को जन्म देना पड़ा। अब महिला ने हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) के खिलाफ शिकायत कर मुआवजे की मांग की है। उन्होंने शिकायत में सीएमओ से अपने सातवें बच्चे के पालन-पोषण का खर्च मांगा है। महिला ने 25 सितंबर 2019 को जिला उपभोक्ता आयोग में सीएमओ पर काम में लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई, इस संबंध में सीएमओ को नोटिस दिया गया, लेकिन वो अपना पक्ष रखने के लिए पेश नहीं हुए। एडिशनल डिस्ट्रिक्ट गवर्नमेंट काउंसिल अशोक डिमरी ने बताया कि राज्य आयोग ने मामले को मेरिट के आधार पर फैसला किए जाने के लिए बढ़ा दिया है। अब दोनों पक्षों को 28 अप्रैल को आयोग के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।