उत्तराखंड देहरादूनindias first tunnel parking will be built in Uttarakhand

Tunnel Parking: उत्तराखंड में बनेगी देश की पहली टनल पार्किंग, जानिए इसकी बेमिसाल खूबियां

Mussoorie Tunnel Parking दावा किया जा रहा है कि उत्तराखंड में बनने वाली टनल पार्किंग भारतवर्ष की पहली टनल पार्किंग होगी।

Mussoorie Tunnel Parking: indias first tunnel parking will be built in Uttarakhand
Image: indias first tunnel parking will be built in Uttarakhand (Source: Social Media)

देहरादून: शहरों में जाम लगता है, तो किसी तरह से रास्ता निकल ही जाता है लेकिन पहाड़ों में, खासतौर पर चार धाम यात्रा वाले शहरों या फिर पर्यटक स्थलों में आजकल कैसा जाम लग रहा है..इस बात से हर कोई वाकिफ है।

India first tunnel parking to built in Uttarakhand

पार्किंग न मिलने की वजह सड़क पर गाड़ियों का रैला लग जाता है और तब लगता है कई किलोमीटर लंबा जाम…ऐसे में इस परेशानी का हल क्या है? इसका जवाब हम आपको दे रहे हैं…जाम और पार्किंग की समस्या का इलाज मिल गया है और वो है टनल पार्किंग। उत्तराखंड में देश की पहली टनल पार्किंग बनने जा रही है। जी हां..दावा किया जा रहा है कि उत्तराखंड में बनने वाली टनल पार्किंग भारतवर्ष की पहली टनल पार्किंग होगी। यानी इस तरह का प्रयोग करनेे वाला देश का पहला राज्य उत्तराखंड होगा। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। देश की पहली टनल पार्किंग उत्तराखंड के कैंप्टीफाल में बनेगी। टनल पार्किंग के लिए 120 करोड़ की डीपीआर तैयार हो चुकी है। पार्किंग बनने से लोगों को भयानक जाम ले राहत मिलेगी। मसूरी कैम्पटी रोड पर बनने वाली ये पार्किंग देश की पहली टनल पार्किंग होगी। प्रयोग सफल रहा तो उत्तराखंड में 12 शहरों में टनल पार्किंग बनाई जाएंगी। आगे पढ़िए

ये भी पढ़ें:

इसके बाद पौड़ी गढ़वाल में 2, टिहरी में 6 टनल पार्किंग बनेंगी। उत्तरकाशी में 2 और नैनीताल में 2 टनल पार्किंग बनाई जाएंगी। योजना को धरातल पर उतारने के लिए कवायद तेज हो गई है। एक तरफ से वाहन पार्किंग में घुसेगा और दूसरी तरफ से बाहर निकलेगा। जल्द ही अपर मुख्य सचिव और मुख्य सचिव के सामने DPR का प्रेजेंटेशन होगा। माना जा रहा है कि जल्द ही इसे स्वीकृति मिल जाएगी। हालांकि ये भी माना जा रहा है कि टनल पार्किंग के इस सपने को धरातल पर उतारने में सरकार के लिए कई चुनौतियां भी पेश आ सकती हैं। इनमें सबसे पहले चुनौती पर्यावरणीय स्वीकृति की है। इन टनल के निर्माण के दौरान निकलने वाला मलबा भी बड़ी चुनौती बनकर उभर सकता है। हालांकि सरकार का तर्क है कि सभी नियमों का पालन करते हुए टनल निर्माण किए जाएंगे। टनल का कार्य हाईटेक टेक्नीक से किया जाएगा। तो तैयार रहिए..आपको जल्द ही उत्तराखँड में देश की पहली टनल पार्किंग देखने को मिल सकती है।