देहरादून: राज्य स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दून आगमन के दौरान रिलायंस के ज्वैलरी शोरूम में दिनदहाड़े डकैती पड़ी थी।
Dehradun 20 Crore Robbery
इस मामले ने उत्तराखंड पुलिस की खूब किरकिरी कराई। अब पता चला है कि दून में हुई डकैती को जेल में बंद सुबोध गैंग ने अंजाम दिया। इस मामले में दून पुलिस ने दो संदिग्धों को बिहार से पकड़ा है। आरोपी अमृत और विशाल कुमार पर बदमाशों को फंडिंग के साथ मोबाइल और हथियार मुहैया कराने का आरोप है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला था कि गैंग को बिहार के वैशाली से कंट्रोल किया जा रहा था। किसी भी घटना से पहले आरोपी यहां इकट्ठा होते थे, जहां उन्हें मोबाइल, हथियार आदि मुहैया कराए जाते थे। पकड़े गए दोनों आरोपी वारदात के दिन बदमाशों के संपर्क में थे। गैंग का सरगना सुबोध बिहार की जेल से गैंग चला रहा था। देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दून में हुई डकैती के तार विभिन्न शहरों में हुई लूट-डकैती के आरोपियों से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि कटनी, लातूर, सांगली में इसी तरह वारदात को अंजाम दिया गया।
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पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि सुबोध गैंग के सक्रिय लोगों ने ही दून में डकैती की। सुबोध जेल के अंदर से गैंग चला रहा था, साथ ही यहीं से आरोपियों के खातों में रकम डाली जाती थी। दून में डकैती से पूर्व बदमाश हरिद्वार में रुके थे। लूट-डकैती के लिए आरोपी पोर्टेबल सिग्नल जैमर का इस्तेमाल करते थे, ताकि मौके पर सेंसर ट्रिगर नहीं हो सके और न ही कोई फोन कॉल कर सके। इतना ही नहीं आरोपी वर्चुअल फोन का इस्तेमाल करते थे, ताकि लोकेशन ट्रेस न की जा सके। वारदात को अंजाम देने के लिए या तो चोरी के वाहन इस्तेमाल होते थे या फिर ओएलएक्स से खरीदे जाते थे। वारदात के दौरान फर्जी आईडी वाले सिम इस्तेमाल किए जाते थे, जिन्हें डकैती के बाद नष्ट कर दिया जाता था। बता दें कि नौ नवंबर को दून स्थित राजपुर रोड पर रिलायंस कंपनी के ज्वैलरी शोरूम से 20 करोड़ से अधिक के गहने लूट लिए गए थे। Dehradun 20 Crore Robbery मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें बिहार और मध्य प्रदेश में दबिश दे रही हैं।