उत्तराखंड देहरादूनDehradun Delhi Expressway Elevated Corridor Work

Dehradun Delhi Expressway: पूरा होने वाला है एलिवेटेड रोड का काम, ढाई घंटे में पूरा होगा सफर

Dehradun Delhi Expressway के बनने से दिल्ली-देहरादून का सफर महज ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा। अभी इस दूरी को तय करने में 5 से 6 घंटे लगते हैं।

Dehradun Delhi Expressway: Dehradun Delhi Expressway Elevated Corridor Work
Image: Dehradun Delhi Expressway Elevated Corridor Work (Source: Social Media)

देहरादून: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे पर जल्द ही वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी।

Dehradun Delhi Expressway Elevated Corridor Work

एनएचएआई दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे के निर्माण को शीघ्र पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। देहरादून क्षेत्र में 12 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड का कार्य 80 प्रतिशत से अधिक पूरा किया जा चुका है। इस भाग पर नौ किलोमीटर की लंबाई में एलिवेटेड रोड तैयार है। शेष भाग के मार्च 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। एक्सप्रेस-वे के पूरा बनने के बाद दिल्ली-देहरादून का सफर महज ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा। परियोजना के तहत सहारनपुर के गणेशपुर क्षेत्र से देहरादून की सीमा तक करीब 12 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड बनाई जा रही है। एनएचएआई अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली-दून एक्सप्रेस वे का निर्माण 213 किलोमीटर पर कुल 11 पैकेज में गतिमान है। यह कार्य प्राधिकरण के अलग-अलग परियोजना कार्यालय देख रहे हैं। परियोजना को धरातल पर उतारने का काम अलग-अलग पैकेज के मुताबिक मार्च 2024 से लेकर नवंबर 2024 के बीच पूरा होगा।

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परियोजना की लागत 11,970 करोड़ है। परियोजना निदेशक कार्यालय के अनुसार, एलिवेटेड रोड का काम अंतिम चरण में है। सभी पिलर तैयार किए जा चुके हैं, जबकि नौ किलोमीटर भाग पर पिलर के ऊपर स्लैब डालना शुरू कर दिया गया है। दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेस-वे 12 लेन का होगा, और ये हाईवे दिल्ली और देहरादून के बीच पड़ने वाले शहरों के अलावा उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई शहरों को भी कनेक्ट करेगा। एक्सप्रेस-वे सहारनपुर, शामली, बड़ौत और बागपत जैसे शहरों से होकर गुजरेगा। इसके बनने से दिल्ली-देहरादून का सफर आसान हो जाएगा। अभी दिल्ली से देहरादून पहुंचने में 5 से 6 घंटे का वक्त लगता है। Dehradun Delhi Expressway के बन जाने के बाद ये दूरी महज ढाई घंटे में पूरी कर ली जाएगी। प्रोजेक्ट की कुल लंबाई 213 किलोमीटर है, जिस पर 11 हजार 970 करोड़ रुपये की लागत आएगी।