उत्तराखंड रुद्रप्रयागYear 2023 was pleasant for Rudraprayag district

Rudraprayag news: रुद्रप्रयाग जिले को कई सौगातें दे गया साल 2023, कई उपलब्धियां की हासिल

Rudraprayag Development Work रुद्रप्रयाग को कई उपलब्धियां और सौगात दे गया वर्ष 2023, विकास और प्रयास का वर्ष रहा 2023, जनपद को मिली कई उपलब्धियां’

Rudraprayag Development Work: Year 2023 was pleasant for Rudraprayag district
Image: Year 2023 was pleasant for Rudraprayag district (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: वर्ष 2023 कई मायनों में रुद्रप्रयाग जनपद के लिए खास रहा। जहां एक ओर श्री केदारनाथ धाम यात्रा ने नया रिकॉर्ड कायम किया वहीं यात्रा से सीधे तौर पर स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार एवं रोजगार का मौका मिला।

Rudraprayag Development Work in 2023

खासतौर पर जनपद में महिलाओं की आजीविका सुधार में केदारनाथ यात्रा की अहम भूमिका रही।ऐसी कुछ खास एवं महत्त्वपूर्ण उपलब्धियां हम आपके साथ साझा करने जा रहे हैं।
आस्था का उमड़ा सैलाब, केदारनाथ धाम में यात्रा के सभी रिकार्ड टूटे
प्रदेश में चारधाम यात्रा हर वर्ष नए रिकार्ड बनाती जा रही है। चारधाम यात्रा के महत्वपूर्ण धामों में शामिल 11वें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम ने सभी पुराने रिकार्ड तोड़कर नया कीर्तिमान कायम किया है। श्री केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ 25 अप्रैल 2023 को खुल गए थे, मौसम खराब होने के चलते मई के दूसरे सप्ताह से यात्रा ने रफ्तार पकड़ी। बावजूद इस वर्ष रिकार्ड 19 लाख 61 हजार से ज्यादा भक्त बाबा केदारनाथ के दर्शनों को देश-विदेश से पहुचें। जबकि पिछले वर्ष पूरी यात्रा के दौरान करीब 16 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए थे।
जनपद को मिली नर्सिंग कॉलेज की सौगात
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने जनपद को नर्सिंग कॉलेज की सौगात दी है। 20 करोड़ 44 लाख 16 हजार की लागत से विकास खंड अगस्त्यमुनि के कोठगी में बनने जा रहे नर्सिंग काॅलेज का भूमि पूजन एवं शिलान्यास में मुख्यमंत्री ने स्वयं शिरकत की थी। कॉलेज का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। क्षेत्र में नर्सिंग काॅलेज के बनने से यहां के बच्चों को नर्सिंग की पढ़ाई में लाभ मिलेगा एवं उन्हें अंयत्र नहीं जाना पड़ेगा। वहीं काॅलेज खुलने से क्षेत्रीय विकास को रफ्तार मिलेगी एवं रोजगार व स्वरोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
केदारनाथ यात्रा को सुगम बनाएगा रोपवे
श्री केदारनाथ धाम यात्रा अब और सुगम होने जा रही है। 11800 फीट की ऊंचाई पर बसे 11वें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ धाम तक पहुंचने के लिए करीब 20 किलोमीटर का कठिन ट्रेक चढ़ना पड़ता है। केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग के महत्वपूर्ण पड़ाव गौरीकुंड से रामबाड़ा तक 9.70 किलोमीटर लंबा रोपवे तैयार होगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड को इसका निर्माण करवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
करीब साढ़े 600 करोड़ का निवेश मिला
इन्वेस्टर समिट के तहत रुद्रप्रयाग जनपद में हाइड्रो प्रोजेक्ट, होम स्टे, सोलर समेत अन्य सेक्टर में जिले को बड़ा निवेश मिला। महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र महेश प्रकाश ने बताया कि जनपद में करीब साढ़े 600 करोड़ का निवेश मिला है। इसमें एक हाइड्रो प्रोजेक्ट भी शामिल है जिसकी लागत 466 करोड़ रुपये है। वहीं होम स्टे, सोलर, कृषि सहित अन्य उद्योगों में 160 करोड़ से ज्यादा का निवेश मिला है।
जिले में दोगुना हुआ ट्रॉउट मछली का उत्पादन
मछली उत्पादन के क्षेत्र में जनपद रुद्रप्रयाग लगातार बढ़त बना रहा है। राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा मछली पालन के लिए चलाई जारी विभिन्न योजनाओं का लाभ जनपद मुख्यालय से लेकर दूरस्थ ग्रामीण अंचल के लोग उठा रहे हैं। जिला मत्स्य प्रभारी संजय बुटोला ने बताया कि जनपद में 260 किसान मत्स्य उत्पादन से जुड़े हुए हैं एवं खुद स्वरोजगार करने के साथ दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं।। जहां पिछले वर्ष जनपद कि किसानों ने 5 टन से अधिक ट्राउट मछली की बिक्री की थी वहीं इस वर्ष करीब 10 टन ट्राउट मछली की बिक्री अब तक कर चुके हैं। ट्राउट मछली 500 से 600 रुपये प्रति किलो के मूल्य पर बिक रही है जिससे किसानों को अच्छा खासा लाभ हो रहा है। आगे पढ़िए

ये भी पढ़ें:

जनपद में ही तैयार होंगे नॉन वोवन बैग
सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। जनपद में जिलाधिकारी सौरभ गहरवार भी सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल खत्म करवाने का पूर्ण प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में रुद्रप्रयाग में सहकारिता विभाग, भेषज एवं सहकारी संघ भटवाड़ीसैण के माध्यम से जनपद में नॉन वोवन बैग की इकाई स्थापित करने जा रहा है ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार देने के साथ ही जनपद में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म करने में मदद मिल सके।
गंभीर बीमारी एवं आपातकाल के लिए बनेगा क्रिटिकल केयर सेंटर
जनपद रुद्रप्रयाग में एक क्रिटिकल केयर सेंटर तैयार होने जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरीश चंद्र सिंह मार्तोलिया ने बताया कि जिला चिकित्सालय में 23 करोड़ की लागत से 50 बेड का क्रिटिकल केयर सेंटर तैयार होने जा रहा है जिसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। सेंटर तैयार होने के बाद गंभीर बीमारी एवं आपातकाल के केसों का निस्तारण जिले में ही हो सकेगा। जनपद के साथ ही नजदीकी जनपद के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।
महिला समूहों ने केदारनाथ यात्रा के दौरान करीब 70 लाख रुपए से ज्यादा का किया कारोबार
श्री केदारनाथ धाम यात्रा इस बार जनपद की महिलाओं के लिए सौगात दे गई। जनपद में संचालित महिला समूहों के लिए यह यात्रा बेहद सुखद साबित हुई। इस वर्ष रिकॉर्ड 19 लाख 61 हजार से ज्यादा श्रद्धालु बाबा केदारनाथ धाम के दर्शनों को पहुंचे जिसका सीधा प्रभाव महिलाओं की आय एवं आर्थिकी पर भी देखने को मिला। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के चलते महिला समूहों के व्यवसाय को नई ऊंचाइयां मिली। केदारनाथ यात्रा से जुड़े विभिन्न महिला समूहों ने इस वर्ष 70 लाख रुपए से ज्यादा का व्यापार किया। अकेले चोलाई के प्रसाद से लगभग 65 लाख रुपए का व्यवसाय हुआ। इसके अलावा स्थानीय हर्बल धूप, चूरमा, बेलपत्री, शहद, जूट एवं रेशम के बैग आदि से पांच लाख रुपए की कमाई महिलाओं द्वारा की गई है। विभिन्न महिला समूहों से जुड़ी 500 से ज्यादा महिलाओं को इससे रोजगार भी मिला।
चोपता वैली में 11.5 करोड़ की लागत से तैयार होगा इको टूरिज्म जोन
मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से प्रसिद्ध रुद्रप्रयाग जिले की चोपता घाटी में इको टूरिज्म जोन तैयार होने जा रहा है। वन विभाग ने इसके लिए कवायद शुुरू कर दी है। विभाग ने इको टूरिज्म बोर्ड से सहमति मिलने के बाद 11.5 करोड़ की लागत से तैयार होने जा रहे पार्क के लिए पहले फेज में 5.3 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है। जिसमें एक करोड़ रुपए की पहली किस्त भी जारी हो गई है।
तृतीय केदार तुंगनाथ में रिकार्ड यात्री दर्शनों को पहुचे
पंचकेदारों में शामिल तृतीय केदार तुंगनाथ में इस वर्ष रिकार्ड यात्री दर्शनों को पहुंचे। इतिहास में पहली बार मंदिर में यात्रियों का आंकडा 1 लाख 36 हजार के पार पहुंचा। इससे पहले वर्ष 2022 में सबसे ज्यादा 28 हजार यात्रियों ने भोले बाबा के दर्शनों को पहुंचे थे। एक वर्ष में ही यात्रियों की संख्या चार गुना पहुंचने से जहां पर्यटन एवं तीर्थाटन को बढ़ावा मिला है, वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिला है।
’चारधाम यात्रा में सुगमता लाएगी रुद्रप्रयाग सुरंग
रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में ऋषिकेश-बदरीनाथ व रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने के लिए निर्माणाधीन 900.3 मीटर लंबी सुरंग 31 अक्टूबर को आरपार हो गई है। रुद्रप्रयाग जनपद चार धाम यात्रा मार्ग के सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव में से एक है। लेकिन जाम की समस्या के चलते हर वर्ष यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है ऐसे में ऋषिकेश-बदरीनाथ व रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने के लिए तैयार सुरंग (Rudraprayag Development Work) यातायात में सुगमता के लिए महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।