देहरादून: उत्तराखंड में विधानसभा का विशेष सत्र आज से शुरू हो गया। विशेष सत्र के पहले दिन प्रदेश सरकार की ओर से सदन पटल पर यूसीसी समेत अन्य विधेयक पेश किए जाएंगे।
Uttarakhand Assembly session
उधर, विपक्ष भी यूसीसी समेत दूसरे मुद्दों को लेकर सरकार पर हमलावर है। सत्र की शुरुआत में दिवंगत पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सत्र से पहले विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी भूषण से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान पूर्व सदस्यों सरवत करीम, मोहन सिंह रावत, पूरण सिंह, कृष्ण सिंह, नरेंद्र सिंह और धनी राम को श्रद्धांजलि दी गई। इस बार सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया है। उधर, विपक्ष ने भी सदन में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। अगले चार दिन उत्तराखंड विधानसभा में जोरदार बहस देखने को मिलने वाली है। यूसीसी को लेकर सत्ता पक्ष का कहना है कि यूसीसी उनके घोषणा पत्र का हिस्सा है, इसलिए उसे लागू करके रहेंगे। यूसीसी और क्षैतिज आरक्षण पर उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने सत्र से पहले अपनी प्रतिक्रिया दी।
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उन्होंने कहा कि यूसीसी का ड्राफ्ट पहले उपलब्ध कराया जाए, उसके बाद सदन में लाएं। जल्दबाजी न की जाए। विपक्ष सदन के भीतर प्रदेश के तमाम ज्वलंत मुद्दों को उठाएगा। इसमें मुख्य रूप से महंगाई, बेरोजगारी और प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों के तमाम मुद्दे हैं, जिन पर चर्चा करने की जरूरत है। भुवन कापड़ी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड के पारित करने के सवाल पर कहा कि सदन के भीतर विपक्ष यूसीसी पर चर्चा करेगा, लेकिन उससे पहले उन्हें यूसीसी के अध्ययन के लिए समय चाहिए। कापड़ी ने कहा कि विधानसभा सत्र के लिए बेहद कम समय रखा गया है। वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि यह अच्छी बात है कि सदन के भीतर विपक्ष तमाम मुद्दों को उठाए। सत्ता पक्ष उसका सदन के भीतर बेहतर ढंग से जवाब देगा। प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करना बीजेपी के घोषणा पत्र में है। इसके चलते सरकार इसे लागू कर रही है। विधानसभा सत्र के चलते विभिन्न संगठनों और पार्टियों ने सत्र के दौरान यूसीसी के विरोध में प्रदर्शन करने का आह्वान किया है। इसके मद्देनजर पुलिस ने कमर कस ली है। शहर में चयनित जगहों पर पुलिस बैरियर लगाकर गहन चेकिंग करेगी। एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को अराजकता करने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।