देहरादून: समय भले ही बदल गया हो, लेकिन आज भी ट्रांसजेंडर को समाज में भेदभाव का सामना करना पड़ता है।
Uttarakhand First Transgender Food Truck in Dehradun
परिवार वाले ताने मारते हैं और उन्हें सिर्फ मनोरंजन करने वालों के रूप में देखा जाता है, जो कि वाकई दम घोंटने वाला है। इसी दकियानूसी समाज में कुछ ट्रांसजेंडर ऐसे भी हैं, जिन्होंने समाज की सोच को आईना दिखाते हुए नई शुरुआत करने की पहल की है। उत्तरकाशी के छोटे से गांव से रखने वाली अदिति शर्मा इनमें से एक हैं। उन्होंने देहरादून में एक फूड ट्रक की शुरुआत की है। देहरादून आईएसबीटी के नजदीक संचालित होने वाले इस फूड ट्रक का नाम रखा है 'प्यार का निवाला'। इस अनोखे फूड ट्रक में पत्ते वाली मैगी, मोमोज, चाऊमीन, अरहर की दाल और चावल, मुंबईया थाली और कलर वाली चाय मिलेगी। अदिति शर्मा को पीएमईजीपी प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत लोन दिया गया है, जिससे उन्होंने अपना ये काम शुरू किया है।
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इसमें खाद्य जिला ग्राम उद्योग अधिकारी डॉ. अलका पांडे का विशेष योगदान रहा। जिन्होंने अदिति की हरसंभव मदद की। यहां आपको अदिति की जर्नी के बारे में भी बताते हैं। वो मोरी ब्लॉक के एक छोटे से गांव की रहने वाली हैं। अदिति कभी सुनील कुमार हुआ करती थीं। धीरे-धीरे उन्हें अहसास हुआ कि वो अन्य लड़कों की तरह नहीं हैं। इसके बाद अदिति दिल्ली चली गईं और फिर दून आकर अपनी बाकी की पढ़ाई पूरी की। अदिति ग्रेजुएट हैं। उन्होंने अपना बुटिक भी शुरू किया था, लेकिन काम नहीं चला। अदिति घर-घर जाकर बधाई नहीं मांगना चाहती थीं, बल्कि कुछ ऐसा करना चाहती थीं, जिससे उन्हें समाज में अलग पहचान मिल सके। आज अदिति ने स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। उन्हें लोगों का प्यार और समर्थन भी मिल रहा है। अदिति के साथी भी उनके इस प्रयास से बेहद खुश हैं।