उत्तराखंड अल्मोड़ाSnigdha Will Participate in The International Conference in Europe

Uttarakhand: अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में पहाड़ की आवाज उठाएगी वकील बेटी, आईसीजे ने बनाया है सलाहकार

नैनीताल की अधिवक्ता स्निग्धा तिवारी यूरोप में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल नेटवर्क फॉर सिविल लिबर्टीज ऑर्गेनाइजेशन (इनक्लो) के अंतराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेंगी। यह अंतराष्ट्रीय सम्मेलन 16 से 18 अप्रैल को यूरोप में आयोजित किया जाएगा।

Advocate Snigdha Tiwari: Snigdha Will Participate in The International Conference in Europe
Image: Snigdha Will Participate in The International Conference in Europe (Source: Social Media)

अल्मोड़ा: स्निग्धा तिवारी लंबे समय से उत्तराखंड उच्च न्यायालय में मानवाधिकार, जलवायु परिवर्तन, पथविक्रेताओं, नानिसार, एसिड अटैक सर्वाइवर्स, जोशीमठ भूधासाव, समाज के कमज़ोर और वंचित तबकों की पैरवी कर रही हैं। स्निग्धा 14 अप्रैल को दिल्ली से प्राग, चैक रिपब्लिक को रवाना होंगी।

Snigdha Tiwari to Represent Uttarakhand in Europe

नैनीताल हाईकोर्ट की अधिवक्ता स्निग्धा तिवारी ने बताया कि 16 से 18 अप्रैल को यूरोप में यह अधिवेशन होने वाला है। इंटरनेशनल नेटवर्क फॉर सिविल लिबर्टीज ऑर्गेनाइजेशन (इनक्लो) दुनिया भर के 15 प्रमुख नागरिक अधिकार संगठनों का अंतरराष्ट्रीय समूह है, जो जलवायु परिवर्तन और मानवाधिकारों के हनन के साथ-साथ नागरिकों की निजिता के अधिकार के लिए अंतराष्ट्रीय स्तर पर सक्रियता से कार्य करता है। INCLO (International Network of Civil Liberties Organizations) दुनिया भर के प्रमुख मुद्दों और मामलों पर गहन अध्ययन कर आईसीजे और संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्तुत करने की पैरवी करता है।

इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने बनाया सलाहकार

स्निग्धा तिवारी को इंक्लो की तरफ से इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) में इस समूह की ओर से चल रहे न्यायिक और अन्य मामलों में सलाहकार नियुक्त किया गया है। उच्च न्यायालय नैनीताल की वकील स्निग्धा तिवारी सामाजिक कार्यकर्ता पीसी तिवारी की पुत्री हैं। वे लंबे समय से उत्तराखंड उच्च न्यायालय में मानवाधिकार, जलवायु परिवर्तन, एसिड अटैक सर्वाइवर्स, पथ विक्रेताओं, नानिसार, जोशीमठ भू धंसाव, और समाज के कमजोर और वंचित तबकों की पैरवी कर रही हैं। स्निग्धा तिवारी पहले भी अनेक पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, आदि के मुद्दों पर कई वैश्विक सम्मेलनों में भाग लेती रही हैं। उनकी इस उपलब्धी पर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने खुशी व्यक्त की है।