उत्तराखंड देहरादूनUttarakhand Weather Forecast 02 August 2024

Uttarakhand News: आज 6 जिलों में अलर्ट, देहरादून में बारिश का 58 सालों का रिकॉर्ड टूटा

आजकल प्रदेश में मौसम का मिजाज हर दिन बदलता नजर आ रहा है, बीते दिनों जमकर हुई बारिश ने कई जगह आपदा की स्थिति पैदा कर दी है। हजारों तीर्थयात्री अभी भी केदारघाटी में फंसे हुए हैं।

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Uttarakhand Weather Forecast: Uttarakhand Weather Forecast 02 August 2024
Image: Uttarakhand Weather Forecast 02 August 2024 (Source: Social Media)

देहरादून: आज उत्तरकाशी के कुछ इलाकों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा के पूर्वानुमान के कारण ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं अन्य पांच पांच जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है। केदारनाथ से 4000 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू किया अभी भी तीर्थयात्री वहां फंसे हुए हैं।

Uttarakhand Weather Forecast 02 August 2024

बीते बुधवार को हुई बारिश के चलते पहाड़ों से लेकर मैदान तक जन जीवन अस्त व्यस्त बना हुआ है। बारिश के इस कहर से प्रदेशभर में 11 लोगों की जान भी गई हैं। पहाड़ों में हुए भूस्खलन ने कई लोगों को प्रभावित कर दिया है। इस समय पूरा प्रदेश मानसून में बरसी आफत से जूझ रहा है। आज भी उत्तराखंड में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून में पिछले 24 घंटों के भीतर इतनी बारिश हुई कि 58 वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया। आपदा प्रबंधन विभाग को भी अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है तथा अधिकारियों को तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं।

आज के लिए मौसम संबंधी अपडेट

मौसम विज्ञान ने शुक्रवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। उत्तरकाशी में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, वहीं देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और नैनीताल जिलों के कुछ हिस्सों में तेज बारिश की संभावना के चलते येलो अलर्ट जारी हुआ है। पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की संभावना बढ़ गई है, इसलिए लोगों को अधिक सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

1000 श्रद्धालु केदारनाथ में अब भी फंसे

केदार घाटी में भारी बारिश और बादल फटने से गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से रामबाड़ा में भीमबली में 25 मीटर का रास्ता बह गया है। बीते गुरुवार को एसडीआरएफ की टीम ने 4000 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू किया। इनमें से 3300 यात्रियों को पैदल मार्ग से सुरक्षित निकाला गया, जबकि 700 यात्रियों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। वहीं 16 लोगों के लापता होने की भी सूचना है। करीब 1000 यात्री अब भी केदारनाथ धाम में फंसे हुए हैं। SDRF के जवानों का रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है।