उत्तराखंड रुद्रप्रयागKedarnath Yatra will start from tomorrow

Uttarakhand News: केदारनाथ यात्रा कल से फिर शुरू, हेली टिकट में 25% डिस्काउंट

केदारघाटी में आपदा और बादल फटने के कारण एक हफ्ते से रुकी केदारनाथ यात्रा को सरकार ने पुनः प्रारंभ करने की घोषणा की है।

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Kedarnath Dham Yatra 2024: Kedarnath Yatra will start from tomorrow
Image: Kedarnath Yatra will start from tomorrow (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा कल से पुनः प्रारंभ होगी और सरकार ने यात्रियों के लिए हेली सेवाओं में 25 फीसदी की छूट देने की घोषणा की है।

Kedarnath Yatra will start from tomorrow

केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर 31 जुलाई की रात भारी बारिश के चलते लैंडस्लाइड हुआ, यह केवल एक स्थान पर नहीं बल्कि पूरे यात्रा मार्ग पर कई जगह पर हुआ। कई स्थानों पर 100 मीटर तक रास्ता वॉश आउट हो गया और कई तीर्थयात्री केदारनाथ धाम और यात्रा मार्ग पर फंस गए थे। तब से लगातार 6 दिन से यात्रियों का रेस्क्यू जारी है, जिसमें सरकार ने 5 हेलीकॉप्टर, MI-17 और चिनूक की सहायता ली है। आपदा के कारण केदारनाथ यात्रा पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन अब सरकार ने 7 अगस्त से यात्रा फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है।

यात्रा सिर्फ हेलीकॉप्टर के माध्यम से

हालांकि यात्रा अब केवल हेलीकॉप्टर के माध्यम से ही की जा सकेगी। सीएम धामी ने आज रुद्रप्रयाग दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत में बताया कि "जो श्रद्धालु पहले से टिकट बुक कर चुके हैं और उत्तराखंड में मौजूद हैं, उनके लिए यात्रा कल से शुरू हो जाएगी। हम चाहते हैं कि यात्रा जल्दी शुरू हो, ताकि श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर सकें। भक्त पिछले एक हफ्ते से भगवान से दूर हैं। जब तक सड़कें ठीक नहीं हो जातीं, तब तक श्रद्धालु केवल हेलीकॉप्टर से ही केदारनाथ धाम के दर्शन कर पाएंगे।"

हेली सेवाओं में 25 प्रतिशत की छूट

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को बड़ी राहत देने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश, हरिद्वार और रुद्रप्रयाग में केदारनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर किराए में 25 प्रतिशत छूट मिलेगी। यह छूट राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त अगले एक हफ्ते में श्रद्धालुओं को पैदल मार्ग से केदारनाथ भेजने की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रयास श्रद्धालुओं के मन से यात्रा की सुरक्षा के प्रति भय को समाप्त करने के लिए है। इस सफल रेस्क्यू का श्रेय उन एजेंसियों को जाता है जिन्होंने अपनी जिम्मेदारियों का पालन बखूबी किया है।