उत्तराखंड हल्द्वानीAnkit Kandpal gets 30th Rank in UPSC bacomes APFC

उत्तराखंड के अंकित कांडपाल ने UPSC में हासिल की 30वीं रैंक, बने असिस्टेंट प्रोविडेंट फंड कमिश्नर

सफलता की कुंजी मेहनत और समर्पण है। जब आप कठिनाइयों को पार करते हैं और अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ते हैं, तो हर कठिनाई एक नई सफलता की शुरुआत बन जाती है।

Ankit Kandpal: Ankit Kandpal gets 30th Rank in UPSC bacomes APFC
Image: Ankit Kandpal gets 30th Rank in UPSC bacomes APFC (Source: Social Media)

हल्द्वानी: यूपीएससी की ईपीएफओ परीक्षा में अंकित कांडपाल 30वीं रैंक हासिल कर असिस्टेंट प्रोविडेंट फंड कमिशनर के पद पर चयनित हुए हैं। उनकी इस उपलब्धि से पूरे परिवार में खुशी की लहर है।

With 30th Rank in UPSC, Ankit Kandpal Becomes Assistant Provident Fund Commissioner

उत्तराखंड के कई प्रतिभाशाली युवा अपनी कड़ी मेहनत से न सिर्फ अपने परिवार का बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन करते हैं। इन होनहार युवाओं की कहानियाँ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं। ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी हल्द्वानी के अंकित कांडपाल की है। इन्होने अपनी मेहनत और समर्पण के दम पर असिस्टेंट प्रोविडेंट फंड कमिश्नर का पद हांसिल किया है। हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में असिस्टेंट प्रोविडेंट फंड कमिश्नर के पद के लिए 2023 की परीक्षा के परिणाम की घोषणा की। इस परिणाम सूची में कुल 159 उम्मीदवारों ने सफलतापूर्वक अपनी जगह बनाई है। इस सूची में हल्द्वानी के अंकित कांडपाल का नाम भी शामिल है। अंकित ने देशभर में 30वीं रैंक प्राप्त करके न सिर्फ अपने जिले और शहर का नाम रोशन किया, बल्कि पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है।

एसबीआई के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं अंकित के पिता

अंकित ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा नैनीताल के सेंट जोसेफ कॉलेज से प्राप्त की। इसके बाद इन्होने काठगोदाम के सेंट पॉल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। फिर इन्होने वर्ष 2012 में राजस्थान के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थान बीआईटीएस पिलानी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इसी दौरान वे दिल्ली के एक कोचिंग संस्थान से जुड़े रहे जहाँ से उन्होंने अपनी सफलता की कहानी रची। अंकित की मां श्रीमती माया कांडपाल एक दक्ष गृहिणी हैं, जबकि उनके पिता श्री पी. सी. कांडपाल भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। उनकी बहन रितिका एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में वरिष्ठ पद पर कार्यरत हैं। अंकित को लेखन, कोडिंग और खाना पकाने में विशेष रुचि है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और दोस्तों को दिया है।